आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ मचने से 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. यहां 'वैकुंठ द्वार दर्शन' के लिए सेंटर बनाकर टोकन बांटे जाने थे, लेकिन टोकन बंटने से पहले ही भारी भीड़ उमड़ पड़ी. अचानक भगदड़ की स्थिति बन गई और 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. ऐसे में हम आपको देश के अंदर पिछले 21 साल में हुई भगदड़ की ऐसी 15 घटनाओं के बारे में बता रहे हैं, जिनमें 1324 लोगों की मौत हो गई.
> 12 अगस्त 2024: बिहार के जहानाबाद जिले के मखदुमपुर इलाके में बाबा सिद्धनाथ मंदिर में भगदड़ मचने से सात लोगों की मौत हो गई. इस हादसे में 9 लोग घायल हो गए.
> 2 जुलाई 2024: उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक 'सत्संग' के दौरान हुई भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई. भगदड़ बाबा नारायण हरि उर्फ साकार विश्व हरि 'भोले बाबा' के समागम में हुई थी.
> 31 मार्च 2023: इंदौर शहर के एक मंदिर में रामनवमी के अवसर पर आयोजित हवन कार्यक्रम के दौरान एक प्राचीन ‘बावड़ी’ के ऊपर बनी स्लैब के ढह जाने से 36 लोगों की मौत हो गई थी.
> 1 जनवरी 2022: जम्मू-कश्मीर में प्रसिद्ध माता वैष्णो देवी मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
> 14 जुलाई 2015: आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी में 'पुष्करम' त्योहार के पहले दिन गोदावरी नदी के तट पर एक प्रमुख स्नान स्थल पर भगदड़ मचने से 27 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी. 20 लोग घायल भी हुए थे.
> 3 अक्टूबर 2014: दशहरा समारोह खत्म होने के तुरंत बाद पटना के गांधी मैदान में भगदड़ मचने से 32 लोगों की जान चली गई थी और 26 अन्य घायल हो गए थे.
> 13 अक्टूबर 2013: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में रतनगढ़ मंदिर के पास नवरात्रि उत्सव के दौरान मची भगदड़ में 115 लोगों की मौत हो गई थी. 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. भगदड़ की तब मची थी, जब किसी ने अफवाह फैला दी थी कि श्रद्धालु जिस नदी के पुल को पार कर रहे हैं, वह टूटने वाला है.
> 19 नवंबर 2012: पटना में गंगा नदी के तट पर अदालत घाट पर छठ पूजा के दौरान एक अस्थायी पुल के ढह जाने से मची भगदड़ में करीब 20 लोगों की मौत हो गई थी.
> 14 जनवरी 2011: केरल के सबरीमाला मंदिर में भगदड़ में 106 तीर्थयात्रियों की जान चली गई थी. हादसे में 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
> 4 मार्च 2010: उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में कृपालु महाराज के राम जानकी मंदिर में भगदड़ मचने से लगभग 63 लोगों की मौत हो गई थी. लोग यहां मुफ्त कपड़े और भोजन लेने के लिए इकट्ठा हुए थे.
> 30 सितंबर 2008: राजस्थान के जोधपुर शहर में चामुंडा देवी मंदिर में बम विस्फोट की अफवाह के कारण मची भगदड़ में लगभग 250 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी. 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे.
> 3 अगस्त 2008: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में नैना देवी मंदिर में चट्टान खिसकने की अफवाह के कारण मची भगदड़ में 162 लोगों की जान चली गई थी. इस हादसे में 47 लोग घायल भी हो गए थे.
> 25 जनवरी 2005: महाराष्ट्र के सतारा जिले में मंधारदेवी मंदिर में वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान 340 से ज्यादा श्रद्धालुओं की कुचलकर मौत हो गई थी. सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. दुर्घटना तब हुई थी, जब कुछ लोग फिसलन भरी सीढ़ियों पर गिर गए थे.
> 27 अगस्त 2003: महाराष्ट्र के नासिक जिले में कुंभ मेले में पवित्र स्नान के दौरान भगदड़ में 39 लोगों की मौत हो गई थी. 140 लोग घायल भी हो गए थे.