ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागीं और चेतावनी दी कि अगर इजरायल काउंटर अटैक करता है तो वे उसका भी जवाब देगा. इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह गहरी चिंता की बात है क्योंकि इससे संघर्ष और बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि यह कुछ ऐसा है जो हम सभी के लिए चिंता की बात है. विदेश मंत्री ने कहा कि उस क्षेत्र में हमारी कुछ विशेष हिस्सेदारी है. उन्होंने भारतीयों की सुरक्षा और रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो कदम उठाया जाएगा.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान द्वारा किए गए मिसाइल अटैक पर इंडिया टुडे से बातचीत में कहा, "हम कुछ समय से वहां की स्थिति को लेकर चिंतित हैं. यह (युद्ध) 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले के बाद से शुरू हुआ और अन्य क्षेत्रों में फैलती जा रही है जो कि बेहद चिंताजनक है." विदेश मंत्री ने बताया , "फिलहाल हमने लोगों को इजरायल और ईरान की यात्रा न करने की सलाह दी है."
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ईरान का इजरायली शिप पर कब्जा
इजरायल और ईरान के बीच तनाव बढ़ने के साथ ही भारत ने इन दोनों देशों में अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की थी. दरअसल, ईरान ने बीते दिन ही इजरायल से जुड़े एक कंटेनर शिप पर कब्जा कर लिया था और उसे ईरानी क्षेत्र में ले गिए थे. ईरानी सेना की कमांडो टीम ने हेलिकॉप्टर से शिप पर रेड की, जिसपर 17 भारतीय समेत 25 क्रू मेंबर सवार थे.
अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह
भारत ने इस घटना के मद्देनजर जारी एक एडवाइजरी में लोगों को सुरक्षित रहने की सलाह दी थी. विदेश मंत्री जयशंकर ने बताया, "हमने उन लोगों से अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा है जो पहले से ही वहां मौजूद हैं. अभी यही करना समझदारी वाली बात है. हम देखेंगे कि आगे क्या होता है और अगर हमें सलाह जारी करनी पड़ी या कदम उठाना पड़ा तो हम वो भी करेंगे."
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विदेश मंत्री जयशंकर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि भारत ने पहले भी भारतीयों को रेस्क्यू किया है. उन्होंने कहा कि हमने हर जगह किया है. हमने सूडान में किया है. 7 अक्टूबर के हमले के बाद किया है. जयंशकर ने कहा कि यही मोदी सरकार है. इसलिए भारत को एक मजबूत नेता की जरूरत है.
सीरिया में ईरान के एंबेसी पर हमला
इसी महीने 1 अप्रैल को इजरायल ने सीरिया में ईरान के एंबेसी पर ड्रोन अटैक कर दिया था. इस अटैक में ईरानी सुरक्षा गार्ड का एक कमांडर मारा गया था. इस हमले में ईरानी एंबेसी पूरी तरह ध्वस्त हो गई थी. भारत समेत दुनिया के कई देशों ने इस हमले पर प्रतिक्रिया दी थी. भारत ने इस घटना पर चिंता जाहिर करते हुए इजरायल से भारतीयों की सुरक्षित सुनिश्चित करने की अपील की थी.