मुंबई के ताज होटल पर 2008 में हुआ आतंकी हमला, इसका जिक्र आते ही आंखों के सामने हथियार बंद अजमल कसाब और ताज होटल के गुंबद से उठता धुंआ याद आ जाता है. अब इस्लामिक स्टेट ने वॉइस ऑफ खोरासन में इसी हमले से जुड़े इस्माइल-अल-हिंदी को लेकर एक बड़ा दावा किया है. IS का दावा है कि लश्कर-ए-तैयबा से संबंध रखने वाले मुंबई के इस्माइल-अल-हिंदी की मौत 2019 में अमेरिका के एक ड्रोन हमले में खोरासान में ही हो गई थी. मुंबई हमले की प्लानिंग में उसका बड़ा हाथ था.
यूपी से था इस्माइल का ताल्लुक
इस्लामिक स्टेट की पत्रिका 'वॉइस ऑफ खुरासान' में छपे लेख के मुताबिक इस्माइल-अल-हिंदी के पिता हाफिज साहब मूल रूप से उत्तर प्रदेश के थे. लेकिन वो लंबे वक्त से मुंबई में रहते थे. साल 2006 में इस्माइल-अल-हिंदी कश्मीर चला गया, जहां वह पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा से जुड़े आतंकियों के संपर्क में आया. कश्मीर में जब उन आतंकियों की गिरफ्तार कर लिया गया, तब इंडियन इंटेलिजेंस ने मुंबई में इस्माइल के घर जाकर पूछताछ की थी.
चकमा देकर गया पाकिस्तान
इस्माइल-अल-हिंदी तब इंटेलिजेंस एजेंसियो को चकमा देने में कामयाब रहा. बाद में कश्मीर के स्थानीय लोगों की मदद से वह PoK के रास्ते पाकिस्तान चला गया. पाकिस्तान में उसने आतंकी कैंप में ट्रेनिंग ली. लेख के मुताबिक आईएस में शामिल होने से पहले उसने पाकिस्तान में शादी की थी और लश्कर के साथ काम किया था. बाद में वह अलकायदा के साथ जुड़ गया. अलकायदा के बाद उसने जिहाद के लिए हिजरा करने की कोशिश की, लेकिन तुर्की में पुलिस ने उसे और उसके परिवार को पकड़कर जेल भेज दिया. बाद में तुर्की ने उसे वापस पाकिस्तान भेज दिया और फिर कुछ वक्त के लिए उसे बाद उसे पाकिस्तान की जेल में भी रखा गया.
पहुंचा खोरासान, मिला IS से
इस्माइल-अल-हिंदी जेल से छूटने के बाद पाकिस्तानी एजेंसियो को भी चकमा देने में सफल रहा. वहां से भागकर वह खोरासन पहुंच गया. यहां उसने इस्लामिक स्टेट ज्वॉइन किया. साल 2019 में अमेरिका के एक ड्रोन हमले में वह मारा गया.