दिल्ली में आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल में सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, दिल्ली में आईएसआईएस के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ को गिरफ्तार किया गया था. वहीं अब इस मामले में खुलासा हुआ है कि अबू यूसुफ का संपर्क यूसुफ अल-हिंदी से था. जांच में पता चला है कि यूसुफ अल-हिंदी के संपर्क में अबू यूसुफ था. यूसुफ अल-हिंदी ही सफी अरमार है. यूसुफ अल हिंदी उर्फ सफी अरमार इंडियन मुजाहिद्दीन का फरार आतंकी है जो कि कर्नाटक के भटकल का रहने वाला है.
भारत से फरार इंडियन मुजाहिद्दीन का आतंकी सफी अरमार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ मिलकर खुरासान मॉड्यूल चला रहा है. आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की उपज है. जानकारी के मुताबिक यूसुफ अल-हिंदी उर्फ सफी अरमार इस वक्त अफगानिस्तान में मौजूद है.
भारत में इंडियन मुजाहिद्दीन के एक्सपोज हो जाने के बाद यूसुफ अल-हिंदी ने आईएम के फरार आतंकियों को साथ लेकर आईएसआई के इशारे पर आईएसआईएस खुरासान मॉड्यूल बनाया था. आईएसआई के इशारे पर ही आईएसआईएस खुरासान को दिल्ली दहलाने की जिम्मेदारी दी गयी थी. वहीं सफी अरमार उर्फ यूसुफ अल-हिंदी ने इस टास्क के लिए अबू यूसुफ को चुना था.
जानकारी के मुताबिक यूसुफ अल-हिंदी अफगानिस्तान में बैठकर हिंदुस्तानी जवानों को जिहाद के लिए तैयार करता है. इसके अलावा सोशल मीडिया पर टेलीग्राम और वी चैट के जरिए हिंदुस्तान में मौजूद जिहादियों के संपर्क में रहता है. यूसुफ अल-हिंदी RAW के भी रडार पर है.
बम बनाने का सामान
वहीं उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में दिल्ली से पकड़े गए संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ के घर पर छापेमारी की गई. जहां बम बनाने का काफी सामान बरामद किया गया है. इस दौरान बारूद, बाल बेयरिंग और कई अन्य विस्फोटक चीजें बरामद की हैं. इसके अलावा संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ के घर से जैकेट, करीब 8-9 किलो विस्फोटक, आईएसआईएस का झंडा, वायर कटर, दो माबाइल चार्जर, काले रंग की टेप, इलेक्ट्रिक तारों के साथ टेबल अलार्म घड़ी, बिजली के तारों से जुड़ी दो लोहे के ब्लेड, लिथियम बैटरी आदि सामान मिला है.