
आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े एक आतंकी को रूस ने गिरफ्तार किया है. इस आतंकी को भारत में आत्मघाती हमले के लिए तैयार किया गया था. गिरफ्तार आतंकी भारत में सत्ताधारी दल के बड़े नेता को निशाना बनाने की साजिश रच रहा था.
रूस की सुरक्षा एजेंसी FSB ने बताया कि आतंकी पैगम्बर मोहम्मद पर टिप्पणी किए जाने से नाराज था. उसने तुर्की में आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग ली थी. आतंकी टेलीग्राम ऐप के जरिए अपने आकाओं से बातचीत करता था. आतंकी ने कबूल किया है कि रूस के जरिए भारत जाकर आत्मघाती हमले को अंजाम देने की फिराक में था.
पकड़े गए आतंकी का नाम अजामोव माशाहोन्त (Azamov Mashahont) है. उसकी उम्र 20 साल है. आतंकी ने बताया है कि हमले की तैयारी के लिए वो भारत में किसी से मिलने वाला था. आतंकी पैगम्बर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणियों से खफा था.
इस बीच, सूत्रों का कहना है कि NIA और IB की टीम भी मॉस्को जा सकती है और आतंकी से पूछताछ कर सकती है. हालांकि, सूत्रों का ये भी कहना है कि भारत सरकार अभी रूस की सरकार के संपर्क में है और सबूत मिलने का इंतजार कर रही है.
तुर्की में ली सुसाइड अटैक की ट्रेनिंग
रूस की समाचार एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से बताया है कि पकड़ा गया आतंकी मध्य एशियाई क्षेत्र के किसी देश का रहने वाला है.
FSB के मुताबिक, इस साल अप्रैल से जून के बीच तुर्की में इस्लामिक स्टेट ने एक विदेशी नागरिक को आत्मघाती हमलावर के तौर पर भर्ती किया था. तुर्की में ही उसे सुसाइड अटैक करने की ट्रेनिंग मिली थी.
FSB ने बताया कि आतंकी टेलीग्राम मैसेंजर के जरिए आतंकी संगठन के संपर्क में आया था और बाद में इंस्तांबुल में IS के आतंकियों से मिला था.
रूस से भारत आने की फिराक में था
FSB ने बताया कि गिरफ्तार आतंकी ने ट्रेनिंग के बाद IS सरगना के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी. इसके बाद वो रूस आया. रूस में वो जरूरी दस्तावेज बनाने की कोशिश में था और बाद में भारत जाने की फिराक में था.
आतंकी से पूछताछ का वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें उसका चेहरा ब्लर किया गया है. इस वीडियो में आतंकी ने बताया है कि स्पेशल ट्रेनिंग के बाद अप्रैल में उसने IS सरगना के प्रति निष्ठा की शपथ ली थी और फिर रूस आ गया.
उसने वीडियो में बताया कि उसे भारत में आतंकी हमला करने के लिए जरूरी सामान मिलना था, ताकि पैगम्बर मोहम्मद का अपमान करने वालों से बदला लिया जा सके.
आतंकी ने क्या कहा?
'मैं अजामोव माशाहोन्त. 1992 में जन्म हुआ. अप्रैल 2022 में ISIS सरगना युसुफ ताजिके की शपथ ली थी. 2022 में तुर्की से स्पेशल ट्रेनिंग ली. इसके बाद युसुफ ताजिके के आदेश पर रूस आ गया और यहां से भारत जाना था. भारत में मुझे किसी से मिलना था जो मुझे आतंकी हमले के लिए सभी जरूरी सामान मुहैया करवाता, ताकि पैगम्बर मोहम्मद का अपमान करने वालों से बदला लिया जा सके.'
आगे क्या होगा?
सूत्रों का कहना है कि आतंकी के पकड़े जाने के बाद अब NIA और IB की टीम जल्द ही रूस जा सकती है. सूत्रों के मुताबिक, NIA ये भी जानने की कोशिश करेगी कि टेलीग्राम ऐप में कोई भारत का ISIS ग्रुप तो नहीं जुड़ा है. लेकिन कुछ सवाल अब भी अधूरे हैं...
1. क्या पकड़े गए आतंकी के पास भारत का वीजा है?
2. अगर आतंकी दावा कर रहा है कि भारत में किसी व्यक्ति से उसे विस्फोटक और जरूरी सामान मिलने थे, तो क्या उसके फोन से ये पता चल सका है कि वो भारत में किसके संपर्क में था?
3. क्या ये NIA की जांच के दायरे में आता है? क्योंकि आतंकी ने भारत में कोई अपराध नहीं किया है. तो क्या रूस में उसका कथित अपराध 'विदेश में भारतीय हितों को नुकसान पहुंचाने' के दायरे में आता है?
जब इन सवालों के जवाब मिलेंगे, तभी NIA इसमें कदम रख सकती है. सूत्रों का कहना है कि अभी भारत रूस के संपर्क में है. फिलहाल, हो सकता है कि भारत में IS से जुड़े जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनसे पूछताछ की जा सकती है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि कोई नया स्लीपल सेल या मॉड्यूल तो नहीं है.