विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक आधिकारिक बयान में गाजा में हो रही हिंसा और मानवीय त्रासदी पर गहरी चिंता जताई है. इजरायल ने यहां दोबारा हमले शुरू कर दिए हैं, जिसमें पहली रात के हमले में ही 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इजरायल ने युद्धविराम समझौते को दरकिनार करते हुए खान यूनिस से लेकर रफा तक में बमबारी की, और अब आलम ये है कि फिर से ग्राउंड अटैक की खतरा बढ़ रहा है.
इस बीच एक बयान में, भारत ने गाजा के लोगों तक मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने की अहमियत पर जोर दिया. विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम गाजा की स्थिति के प्रति चिंतित हैं. सभी बंधकों की रिहाई आवश्यक है. हम गाजा के निवासियों तक मानवीय सहायता की आपूर्ति को बनाए रखने की भी अपील करते हैं."
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इजरायली हमले में 400 से ज्यादा लोग मारे गए
फिलिस्तीन के स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मंगलवार को इजरायली हवाई हमलों में गाजा पर 400 से अधिक लोग मारे गए, जो जनवरी में युद्ध विराम शुरू होने के बाद से हमास के साथ 17 महीने के युद्ध में सबसे घातक हमला था. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्होंने हमलों का आदेश इसलिए दिया क्योंकि हमास ने युद्ध विराम विस्तार को सुरक्षित करने के प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था.
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हमास की कैद में अब भी 59 बंधक
हमास की कैद में 59 बंधक अभी भी हैं. मसलन, 2023 में 7 अक्टूबर के हमले में 250 से ज्यादा लोगों को हमास के लड़ाकों ने बंधक बना लिया था, जिसमें कई इजरायली हमलों में ही मारे गए. इजरायल ने आरोप लगाया है कि हमास स्थायी तौर से शांति के प्रस्तावों पर बातचीत करने को स्वीकार नहीं किया है, और यही वजह है कि हमले किए गए. आलम ये है कि हमास की तरफ से इसका जवाब देने की बात नहीं कही गई है.