बॉलीवुड एक्टर जैकलीन फर्नांडिज (Jacqueline Fernandez) ने अपने खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग का केस रद्द कराने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया है. जैकलीन ने 200 करोड़ रुपये की ठगी मामले में ईडी की शिकायत और उनकी सप्लेमेंट्री चार्जशीट को कोर्ट में चुनौती दी है.
याचिका में कहा गया है कि दिल्ली पुलिस की ओर से दर्ज केस में जैकलीन को अभियोजन पक्ष के रूप में पेश किया गया है. इससे जैकलीन के पक्ष में नतीजा जाता दिख रहा है.
याचिका में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि जैकलीन को सुकेश चंद्रशेखर और उसके सहयोगियों के अपराध की कोई जानकारी नहीं थी. यह भी कहा गया कि जैकलीन ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े पीएमएलए 2002 के तहत कोई अपराध नहीं किया और ना ही वह किसी तरह के अपराध में शामिल थी.
इसमें आगे कहा गया कि रैनबैक्सी के पूर्व मालिक शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह की शिकायत में यह आरोप नहीं लगाया गया है कि याचिकाकर्ता (जैकलीन फर्नांडिज) ने किसी भी तरह से मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर को कथित अपराध करने के लिए सक्रिय रूप से उकसाया या उसकी कोई सहायता की.
बता दें कि सुकेश चंद्रशेखर फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. उस पर जून 2020 से मई 2021 के दौरान अदिति सिंह से 200 करोड़ रुपये की उगाही करने का आरोप है.
दिल्ली हाईकोर्ट में जैकलीन की याचिका में कहा गया है कि ईडी की ओर से पेश किए गए सबूत स्पष्ट रूप से साबित करते हैं कि जैकलीन एक तरह से सुकेश चंद्रशेखर की निर्दोष शिकार है.
जैकलीन पर क्या हैं आरोप?
आरोप है कि दोस्ती के बाद सुकेश ने जैकलीन पर तोहफों की बरसात कर दी थी. ED के मुताबिक, सुकेश ने जैकलीन पर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर दिए थे. सुकेश ने जैकलीन को महंगी ज्वैलरी, चार पर्शियन बिल्लियां और 57 लाख रुपये का घोड़ा भी गिफ्ट किया था. इतना ही नहीं, उसने जैकलीन के परिवार वालों को भी गिफ्ट दिए. बहरीन में रह रहे जैकलीन के माता-पिता को 1.89 करोड़ रुपये की दो गाड़ियां (पोर्श और मसेराटी) दी. भाई को एसयूवी दी. बहन को सवा करोड़ की BMW दी.
जैकलीन का कहना है कि उन्हें सुकेश के बारे में पता नहीं था कि वो कौन है और क्या करता है. उसने खुद को बड़ा कारोबारी बताया था. जैकलीन के वकील प्रशांत पाटिल का कहना है कि जैकलीन खुद एक पीड़ित हैं.