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जयपुर: लॉकडाउन में हाथी गांव पर मुसीबत, अब महावत ने किया सुसाइड

हाथी महावत राजपाल मंगलवार सुबह अपने कमरे में फंदे से झूलता हुआ मिला, जिसके बाद हाथी मालिक ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौके पर मुआयना किया और कई साक्ष्य जुटाए गए.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • हाथी गांव में महावत ने की आत्महत्या
  • लॉकडाउन में हो चुकी है 4 हाथियों की मौत

जयपुर के आमेर में 4 हाथियों की मौत के बाद मंगलवार को एक महावत की आत्महत्या के बाद सनसनी फैल गई. आमेर कुंडा स्थित हाथी गांव में 34 नंबर हथिनी चंचल के महावत ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया. सूचना मिलते ही आमेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतारकर एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. 

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जानकारी के मुताबिक, हाथी महावत राजपाल मंगलवार सुबह अपने कमरे में फंदे से झूलता हुआ मिला, जिसके बाद हाथी मालिक ने पुलिस को सूचना दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौके पर मुआयना किया और कई साक्ष्य जुटाए गए. मौके पर किसी प्रकार का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है. पुलिस ने शव को एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखवा कर परिजनों को सूचना दी है. 

परिजनों के आने के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा. मृतक हाथी महावत राजपाल बिहार का रहने वाला है जिसकी उम्र करीब 30 साल बताई जा रही है. पुलिस की जांच पड़ताल के बाद ही सुसाइड के कारणों का पता चल पाएगा. आमेर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी हुई है.

लॉकडाउन में 4 हाथियों ने दम तोड़ दिया

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हाथी मालिक विकास समिति के अध्यक्ष अब्दुल अजीज ने बताया कि राजपाल कई सालों से यहां पर हाथी चलाने का काम कर रहा था. हमें अब तक पता नहीं चल पाया है कि उसने सुसाइड क्यों किया है. गौरतलब है कि मार्च से ही आमेर में हाथी की सवारी बंद है जिसकी वजह से हाथी मालिक और हाथी दोनों परेशान हैं. हाथियों को बैठकर खिलाना आसान काम नहीं है. इसमें भारी खर्च आता है.

इससे पहले हाथियों की कोरोना जांच भी हुई थी. मगर एक के बाद एक कर आमेर के हाथी गांव में पहली बार लॉकडाउन में 4 हाथियों ने दम तोड़ दिया जिसके बाद एलीफेंट टूरिज्म पर सवाल उठने लगे थे. अब महावत की मौत ने एक बार फिर से एलीफेंट टूरिज्म व्यवसाय से जुड़े लोगों को झकझोर कर रख दिया है.

साथी हाथी मालिक आसिफ खान ने बताया कि रात को 9:00 बजे हम लोग साथ में खाना खाए थे मगर सुबह 6:00 बजे जब वह नहीं उठा तो हम लोगों ने दरवाजा तोड़कर देखा तो उसने सुसाइड कर लिया था. सुबह-सुबह हम लोग हाथियों को सैर कराने लेकर जाते हैं ताकि उनकी एक्सरसाइज होती रहे.

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