जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल जगमोहन का सोमवार को निधन हो गया है. जगमोहन की उम्र 94 साल थी, बीते दिन उन्होंने राजधानी दिल्ली में अंतिम सांस ली. जगमोहन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है और उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर लिखा कि जगमोहन जी का निधन देश के लिए एक बड़ी क्षति है. वह एक शानदार प्रशासक थे और विख्यात स्कॉलर थे. उन्होंने हमेशा देश के अच्छे के लिए काम किए. बतौर मंत्री भी उन्होंने काफी शानदार काम किया था.
Jagmohan Ji’s demise is a monumental loss for our nation. He was an exemplary administrator and a renowned scholar. He always worked towards the betterment of India. His ministerial tenure was marked by innovative policy making. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) May 4, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा देश के कई दिग्गजों ने पूर्व राज्यपाल जगमोहन को श्रद्धांजलि दी है. पूर्व राज्यपाल जगमोहन के निधन के बाद जम्मू-कश्मीर में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है. इस दौरान सभी सरकारी दफ्तरों में तिरंगा आधा झुका रहेगा.
J-K का कामकाज संभाला, केंद्र में मंत्री भी रहे
आपको बता दें कि जगमोहन का जन्म बंटवारे से पहले के भारत के हाफिजाबाद (अब पाकिस्तान में) में सन् 1927 को हुआ था. वह दिल्ली के उपराज्यपाल, गोवा के राज्यपाल रह चुके थे, जबकि जम्मू-कश्मीर के गवर्नर के तौर पर भी उन्होंने काम किया.
जिस वक्त जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद अपने चरम पर था, तब जगमोहन वहां के राज्यपाल थे और उन्होंने सख्त रवैया अपनाया था. जगमोहन सन् 1984 से 1989 तक और फिर 1990 में भी जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल रहे.
अगर राजनीति की बात करें, तो जगमोहन दिल्ली से लोकसभा सांसद रहे, राज्यसभा के सांसद भी वो रहे. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की कैबिनेट में उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय का कामकाज संभाला था. जगमोहन को पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण तीनों ही खिताब मिल चुके हैं.