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कर्नाटक: राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने पर JD(S) ने की कार्रवाई, 2 विधायकों को पार्टी से निकाला

कर्नाटक राज्यसभा चुनाव परिणामों में बीजेपी ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी. जेडीएस के 2 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की थी. इनमें एक श्रीनिवास गौड़ा थे, जिन्होंने कहा कि उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया है. जेडीएस के एक और विधायक श्रीनिवास एसआर ने कथित तौर पर खाली वोट दिया. जेडीएस को वोट नहीं दिया, इसलिए 32 विधायकों वाली जेडीएस को 30 वोट मिले थे.

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जेडीएस दोनों विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए स्पीकर को चिट्ठी लिखेगी. -सांकेतिक तस्वीर
जेडीएस दोनों विधायकों की विधानसभा सदस्यता रद्द करने के लिए स्पीकर को चिट्ठी लिखेगी. -सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 32 विधायकों वाली जेडीएस को 30 वोट मिले थे
  • बीजेपी ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत हासिल की थी

जनता दल (एस) ने हाल ही में कर्नाटक में चार सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग के आरोप में अपने दो विधायकों को पार्टी से बाहर निकाल दिया है. पार्टी मुख्यालय जेपी भवन में आयोजित कोर कमिटी की बैठक में इस संबंध में फैसला लिया गया. 

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कोर कमेटी के अध्यक्ष बंदेप्पा काशेमपुर ने संवाददाताओं को बताया कि पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा से क्रॉस वोटिंग करने वाले विधायकों की अयोग्यता की मांग करने का भी फैसला किया है. उनके अनुसार, हाल ही में राज्य सभा चुनाव के दौरान राज्य की चार सीटों के घटनाक्रम पर कोर कमेटी में विस्तृत चर्चा हुई.

बैठक में कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखने का निर्णय लिया गया, जिसमें कर्नाटक विधानसभा के दो विधायकों को दलबदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य घोषित करने की मांग की गई. बताया जा रहा है कि कल या परसों स्पीकर के पास शिकायत दर्ज कराई जाएगी.

पूर्व प्रधानमंत्री और पार्टी सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा, प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम, विधायक और देवेगौड़ा के बेटे एचडी रेवन्ना, सांसद रेवन्ना के बेटे प्रज्वल रेवन्ना, जाफरुल्ला खान, एम कृष्णा रेड्डी, राजा वेंकटप्पा नाइक और अन्य बैठक में शामिल थे.

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बता दें कि कोलार के विधायक के श्रीनिवास गौड़ा ने स्वीकार किया था कि उन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवार के बजाए कांग्रेस उम्मीदवार मंसूर अली खान को वोट दिया था. वहीं, गुब्बी विधायक एसआर श्रीनिवास पर भाजपा को वोट देने का आरोप लगाया गया था, हालांकि उन्होंने इस आरोप का खंडन किया था और जोर देकर कहा था कि उन्होंने अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी को ही वोट दिया था. गौरतलब है कि कर्नाटक की चार राज्यसभा सीटों में से तीन पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई थी. 

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