कभी कांग्रेस के साथ मंच शेयर करने से परहेज करने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर आज नरम दिखाई दिए. जीएसटी, NEET और JEE को लेकर बैठक में ममता बनर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को याद किया और कहा कि आज राजीव गांधी को सम्मान नहीं मिल पा रहा है. उनके नाम पर कोई स्कीम नहीं चलाई जा रही है.
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मोदी सरकार में तमाम पूर्व प्रधानमंत्री को श्रेय नहीं मिल पा रहा है. उनके नाम पर कोई स्कीम नहीं चलाई जा रही है. महात्मा गांधी के नाम पर सिर्फ मनरेगा और राजीव गांधी के नाम पर सिर्फ खेल रत्न स्कीम चलाई जा रही है. हर स्कीम में आधा हिस्सा राज्य सरकार देगी, आधा हिस्सा केंद्र, लेकिन स्कीम का नाम हम तय करेंगे.
आज की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान ममता बनर्जी का एक और बदला रुख देखने को मिला. सोनिया गांधी से ममता बनर्जी ने बैठक कंडक्ट करने की दरख्वास्त की. इस पर सोनिया गांधी ने कहा कि बैठक को आप ही क्यों नहीं कंडक्ट करतीं. इस पर ममता बनर्जी ने जवाब दिया कि जब आप यहां मौजूद हैं, तो मैं कैसे कर सकती हूं.
ममता बनर्जी ने बैठक बुलाने के लिए सोनिया गांधी का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि लाखों की संख्या में छात्र हैं और लॉकडाउन के चलते ट्रांसपोर्ट तक की सुविधा नहीं है. मैंने एग्जाम को लेकर PM नरेंद्र मोदी को कई पत्र लिखे हैं और कहा है कि जब छात्र परेशान हैं तो ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में अपील कर रिव्यू की मांग कर सकती है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि हमें छात्रों के साथ खड़ा होना चाहिए. अगर केंद्र कुछ नहीं कर रहा है तो हम लोग भी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि हैं, हमें कोर्ट जाना चाहिए. ममता बनर्जी ने कहा कि मैं सभी राज्य सरकारों से अपील करती हूं कि सुप्रीम कोर्ट में चलें और एग्जाम टालने की मांग करें.
कांग्रेस को लेकर ममता का बदला रुख
कांग्रेस को लेकर ममता बनर्जी का रुख बदला-बदला लग रहा है. इससे पहले ममता, विपक्ष की बैठकों से नदारद रहती थीं. आर्टिकल 370 को लेकर कांग्रेस ने जब विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी, तब ममता बनर्जी ने कन्नी काट ली थी. उन्होंने कांग्रेस पर दोहरे व्यवहार का आरोप लगाया था.