झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर बुधवार को एक अहम बैठक हुई. इस बैठक में यह फैसला लिया गया कि सोरेन फिलहाल पद से इस्तीफा नहीं देंगे. इससे पहले खबर थी कि ईडी की कार्रवाई के बीच राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्तिा मोर्चा मुख्यमंत्री का चेहरा बदल सकता है.
ऐसी अटकलें थी कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को नया सीएम बना सकते हैं. लेकिन अब साफ हो गया है कि सीएम सोरेन फिलहाल पद पर बने रहेंगे.
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में किसी भी तरह की स्थिति से निपटने की रणनीति पर चर्चा हुई. विधायकों को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने और एकजुट रहने को कहा गया है. साथ ही सोशल मीडिया की किसी भी तरह की अटकलों से दूर रहने की हिदायत दी गई है.
इस बैठक में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 27, कांग्रेस के 15 और आरजेडी के एक विधायक शामिल हुए. बैठक में कांग्रेस के दो विधायक और जेएमएम के भी दो विधायक शामिल नहीं हुए.
'एक हफ्ते तक रांची छोड़कर नहीं जाएं विधायक'
इस बैठक के बाद कहा गया कि झारखंड की गठबंधन सरकार में कोई दिक्कत नहीं है. आज सीएम ने यही बताने के लिए बैठक बुलाई थी. बीजेपी झूठ बोल रही है. हम सभी के बीच सहमति बनाई है कि सोरेन हमारे नेता बने रहेंगे. वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. हालांकि गोंडा के विधायक के इस्तीफे पर कोई चर्चा नहीं बनी. यह उनका निजी फैसला था, जिस वजह से उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दिया. बीजेपी दरअसल विधायकों को भ्रमित कर रही है. विधायकों से कहा गया है कि वे एक हफ्ते तक रांची छोड़कर नहीं जाएं.
हेमंत सोरेन पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई की तलवार लटक रही है. ईडी दरअसल हेमंत सोरेन से एक भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामले में पूछताछ करना चाहती है. प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से हेमंत को सात समन भेजे जा चुके हैं. इसे ईडी का आखिरी समन बताया गया है. वहीं, हेमंत लगातार इन समन को स्किप करते आ रहे हैं. कानूनी जानकार कहते हैं कि ईडी चाहे तो सोरेन के घर आकर पूछताछ कर सकती है या गिरफ्तार भी कर सकती है.
क्या कहते हैं हेमंत सोरेन?
ईडी ने 29 दिसंबर को झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को समन भेजा था और पूछा था कि वो पूछताछ के लिए खुद तारीख, समय और जगह की जानकारी दे सकते हैं. ईडी ने दो दिन का समय दिया था. हेमंत ने इसका चौथे दिन जवाब भेजा था.
सूत्रों के मुताबिक, सीएम ने पत्र में कहा था कि अगर ईडी निष्पक्ष जांच करें तो वो जांच में हर तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं. इससे पहले भी पूछताछ हो चुकी है और वो आगे भी पूछताछ के लिए तैयार हैं. अपनी संपत्ति की पूरी जानकारी दे चुके हैं. उन्होंने ईडी पर मीडिया ट्रायल का भी आरोप लगाया. हेमंत का कहना है कि मुझे समन बाद में मिलता है, पहले मीडिया तक जानकारी पहुंच जाती है.
झारखंड में सीटों का गणित
झारखंड विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं. इसमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं. बहुमत के लिए 41 सीटों की जरूरत होती है. झामुमो के नेतृत्व में सरकार है. सत्ता पक्ष में झामुमो के अलावा राजद, कांग्रेस, माले और मनोनीत सदस्य का समर्थन है. JMM की सबसे ज्यादा 29 सीटें हैं. कांग्रेस के 17 विधायक हैं. RJD, माले और मनोनीत सदस्य की संख्या एक-एक है. सत्ता पक्ष में कुल 49 विधायक हैं.
वहीं, विपक्ष की बात करें तो बीजेपी के 26, आजसू के तीन, निर्दलीय दो और एक एनसीपी का सदस्य है. विपक्ष के हिस्से में कुल 32 विधायक हैं.