झारखंड के बोकारो में ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ से एक बड़ा रेल हादसा टल गया. दरअसल मंगलवार की शाम बोकारो में संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग पर एक ट्रैक्टर रेल पटरी और फाटक के बीच फंस गया था. उसी समय नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस गुजर रही थी. लेकिन ट्रेन ड्राइवर की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया.
डीआरएम मनीष कुमार ने न्यूज एजेंसी को बताया कि बोकारो जिले के भोजूडीह रेलवे स्टेशन के संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे फाटक बंद होने के दौरान एक ट्रैक्टर फंस गया. इसी दौरान यहां से नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस (22812) वहां से गुजर रही थी, लेकिन ड्राइवर ने सावधानी बरतते हुए ट्रेन की ब्रेक लगाई और ट्रेन रुक गई. जिसकी वजह से बड़ा रेल हादसा टल गया.
रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन निलंबित
रेलवे अधिकारी ने बताया कि ये हादसा शाम करीब पांच बजे हुआ था. इस दौरान राजधानी एक्सप्रेस यहां करीब 45 मिनट तक रुकी रही. इस मामले में रेलवे अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है. इसके साथ ही रेलवे फाटक पर तैनात गेटमैन को निलंबित कर दिया है.
बालासोर ट्रेन हादसे में हुई 288 की मौत
बता दें कि बीते दो जून को ओडिशा के बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु हावड़ा एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी आपस में टकरा गई थीं, जिसमें 288 लोगों की मौत हो गई. इस हादसे के करीब 51 घंटे बाद रेलवे ट्रैक के रिस्टोरेशन का काम पूरा हो सका. रेलवे मंत्री की सिफारिश के बाद इस हादसे की जांच सीबीआई कर रही है. वहीं विपक्षी दलों ने सीबीआई जांच को लेकर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि इसमें कोई क्राइम नहीं हुआ, जिसकी जांच सीबीआई करेगी.
हादसे का शिकार बने लोगों को मिलेगा मुआवजा
इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों और घायलों को मुआवजा देने की घोषणा भी कर दी गई है. रेलवे की ओर से मृतक के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों को दो लाख रुपये और मामूली चोटों पर 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जा रहा है. अबतक रेलवे ने 100 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के सीएम जगनमोहन रेड्डी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के सीएम पटनायक ने भी अपने राज्य के लोगों को मुआवजा देने का ऐलान किया है.