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'कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि...' जोशीमठ में हाहाकार के बीच राहुल गांधी की अपील

जोशीमठ में 600 से ज्यादा घरों की दीवारों पर दरार हैं. जिसके बाद 44 परिवार सुरक्षित जगह पर ले जाए गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. जिसमें अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए.

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राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पोस्ट शेयर की हैं
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पोस्ट शेयर की हैं

उत्तराखंड के शहर जोशीमठ में जमीन धंसने और घरों की दीवारों में दरार से लोग दहशत में हैं. सीएम धामी आज शनिवार को ग्राउंड जीरो पर पहुंचे और घर-घर जाकर जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने रोते-बिलखते लोगों को दिलासा दिया. यहां 600 से ज्यादा घरों की दीवारों पर दरार हैं. जिसके बाद 44 परिवार सुरक्षित जगह पर ले जाए गए हैं. इससे पहले शुक्रवार को देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई. जिसमें अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए गए.

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इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी स्थिति पर चिंता जताई है. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर लिखा, "उत्तराखंड के जोशीमठ से आ रही तस्वीरें अत्यंत भयावह हैं. जिन्हें देखकर काफी विचलित हूं. घरों में चौड़ी दरारें, पानी का रिसाव, ज़मीन का फटना और सड़कों का धंसना बेहद चिंताजनक है. एक हादसे में, भूस्खलन से भगवती मंदिर तक ढह गया. प्रकृति के विरुद्ध जाकर, पहाड़ों पर लगातार खुदाई और अनियोजित निर्माण से आज जोशीमठ के लोगों पर भयानक संकट टूट पड़ा है. इस कड़कड़ाती ठंड में, इस आपदा ने लोगों से उनके आशियाने छीन लिए हैं. वहां के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि जल्द से जल्द लोगों की मदद करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं. उत्तराखंड सरकार से अपेक्षा है कि वो इस कठोर मौसम में लोगों का संज्ञान ले कर उनके तत्काल पुनर्वास का प्रबंध करे और मंदिर की सुरक्षा सुनिश्चित करे.

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इसके साथ ही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी जोशीमठ की तस्वीरें शेयर करते हुए पोस्ट शेयर की. जिसमें उन्होंने लिखा, "उत्तराखंड के जोशीमठ में जमीन धंसने और सैकड़ों घरों में दरार आने की खबरें बेहद चिंताजनक हैं. वहां रहने वाले लोग दहशत में हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं. प्रकृति को नजरअंदाज करके अंधाधुंध खुदाई और अनियोजित निर्माण कार्यों की वजह से जोशीमठ पर भयानक संकट मंडरा रहा है. राज्य सरकार से अपील है कि बिना देर किए प्रभावित इलाकों को बचाने के साथ-साथ लोगों की सुरक्षा और पुनर्वास के उपाय किए जाएं. देरी का नतीजा भयानक हो सकता है. आपदा की इस स्थिति में पूरा देश एकजुट है और हम सब जोशीमठ के निवासियों के साथ हैं. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मेरी अपील है कि प्रभावित लोगों की यथासंभव मदद करें.

लोगों को किराया देगी सरकार

सीएम की बैठक के बाद जोशीमठ क्षेत्र के प्रभावितों के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रशासन ने 6 महीने तक प्रभावित परिवारों को किराया देने का ऐलान किया है. अधिकारियों के मुताबिक जिन लोगों के घर खतरे की जद में हैं या रहने योग्य नहीं है, उन्हें अगले 6 महीने तक किराए के मकान में रहने के लिए ₹4000 प्रति परिवार सहायता दी जाएगी. यह सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रदान की जाएगी.

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जोशीमठ में सभी निर्माण कार्यों पर लगी रोक 

जोशीमठ में भू-धंसाव को घटनाओं के कारण एनटीपीसी पावर प्रोजेक्ट के टनल के अंदर का काम रोक दिया गया है. प्रशासन ने बीआरओ के अन्तर्गत निर्मित हेलंग बाईपास निर्माण कार्य, एनटीपीसी के तपोवन विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना के अन्तर्गत निर्माण कार्य एवं नगरपालिका क्षेत्रान्तर्गत निर्माण कार्यों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. साथ ही जोशीमठ-औली रोपवे का संचालन भी अगले आदेश तक रोक दिया गया है. वहीं इन घटनाओं की जांच के लिए स्पेशल टीम लगाई गई है. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस सुरक्षा बल को अलर्ट कर लिया गया है. भूगर्भीय टीम और आपदा प्रबंधन ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया है. उनका कहना है कि लगातार प्रशासन की टीम मौके पर निरीक्षण कर रही है.

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