scorecardresearch
 

कर्नाटक जाएंगे जेपीसी अध्यक्ष जगदंबिका पाल, वक्फ के कथित कब्जे से परेशान किसानों से करेंगे मुलाकात

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक के मंत्री जमीर अहमद खान और जिला अधिकारियों के बीच एक बैठक के बाद, बिना किसी पूर्व सूचना के विजयपुरा जिले के इंडी और चदाचन तालुकों में 44 संपत्तियों के लैंड रिकॉर्ड में वक्फ का नाम जोड़ा गया.

Advertisement
X
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर गठित जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल. (Photo: X/@SansadTV)
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर गठित जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल. (Photo: X/@SansadTV)

कर्नाटक में वक्फ भूमि मुद्दे पर विवाद पैदा होने के बाद वक्फ संशोधन विधेयक के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने विजयपुरा जाने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि वह 7 नवंबर को कर्नाटक के विजयपुरा जिले में उन किसानों से मिलेंगे और उनके साथ बैठक करेंगे, जिनकी भूमि को हाल ही में 'वक्फ संपत्ति' घोषित कर दिया गया है. पिछले दिनों कर्नाटक में किसानों की जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताकर नोटिस भेजे गए थे. राज्य के विजयपुरा, कलबुर्गी, बीदर और शिवमोग्गा के किसानों ने जमीन को नोटिस मिलने की शिकायत की थी. 

Advertisement

नोटिस में उनकी जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति बताया गया था. इसे लेकर भाजपा ने सिद्धारमैया सरकार को घेरा था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे किसानों को भेजे गए सभी नोटिस तुरंत वापस लें. हुबली में किसानों की भूमि को 'वक्फ संपत्ति' घोषित करने से संबंधित सभी नोटिस वापस लेने के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, जगदंबिका पाल ने कहा, 'यह कदम उठाकर उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि ये नोटिस सरकार द्वारा गलती से जारी किए गए थे.' अपने दौरे पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि वह इस मुद्दे पर नजर रखने के लिए 7 नवंबर को कर्नाटक जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इतने बड़े पैमाने पर नोटिस कैसे जारी कर सकती है. 

यह भी पढ़ें: 'TMC सांसद ने कल्याण बनर्जी बोतल तोड़ी, मुझपर फेंकी', JPC चेयरमैन जगदंब‍िका पाल ने बताया पूरा वाकया

Advertisement

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया है कि कर्नाटक के वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान और जिला अधिकारियों के बीच एक बैठक के बाद, बिना किसी पूर्व सूचना के विजयपुरा जिले के इंडी और चदाचन तालुकों में 44 संपत्तियों के लैंड रिकॉर्ड में वक्फ का नाम जोड़ा गया. कई किसानों ने लैंड रिकॉर्ड में बिना उन्हें सूचित किए हुए इस बदलाव के बाद अपनी पैतृक भूमि गंवाने को लेकर चिंता व्यक्त की है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने सोमवार को कहा कि उन्होंने अपने अधिकारियों से किसानों को कोई नोटिस जारी नहीं करने और पहले से जारी नोटिस भी वापस लेने को कहा है.

विजयापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा, 'पिछली बीजेपी सरकार ने भी वक्फ संपत्तियों पर अवैध रूप से कब्जा करने वालों को नोटिस जारी किया था. अब मैंने अधिकारियों से कहा है कि किसानों को कोई नोटिस जारी न करें और पहले जारी किए गए नोटिस भी वापस लेने का निर्देश दिया है.' इस बीच किसानों की जमीन को वक्फ की संपत्ति बताकर नोटिस भेजे जाने पर सोमवार को भाजपा ने पूरे राज्य में प्रदर्शन किया और कांग्रेस सरकार पर भूमि जिहाद का आरोप लगाया. बीजेपी ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से कर्नाटक के वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: 'रियल एस्टेट कंपनी है वक्फ बोर्ड, TTD से नहीं कर सकते तुलना', तिरुमाला ट्रस्ट के अध्यक्ष ने ओवैसी पर किया पलटवार

इस मुद्दे को लेकर विजयपुरा के विधायक बासनगौड़ा पाटील यत्नाल और केंद्रीय मंत्री शोभ करंदलाजे ने जिला उपायुक्त कार्यालय के बाहर अनिश्चिकालीन धरना शुरू किया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने बेल्लारी में वक्फ भूमि विवाद को लेकर सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आर. अशोक भी बीवाई विजयेंद्र के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए. 

बीवाई विजयेंद्र ने आरोप लगाया कि सीएम सिद्धारमैया अपने वक्फ मंत्री जमीर अहमद खान के साथ मिलकर किसानों के खिलाफ साजिश रच रहे हैं और राज्य में अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने सिद्धारमैया को चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत है और वह ईमानदार हैं तो वक्फ भूमि पर अतिक्रमण करने वाले कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करके दिखाएं. आर अशोक ने कहा राज्य के किसानों को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया पर भरोसा नहीं रह गया है. वह कर्नाटक को बर्बाद कर रहे हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement