सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कानून के क्षेत्र में महिलाओं को बहुत कम प्रतिनिधित्व दिया जाता है. एक दीक्षांत समारोह में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने भारत सरकार के एक हालिया आंकड़े का हवाला दिया. जो दर्शाता है कि भारत में वकीलों की तुलना में महिला वकील सिर्फ 15% हैं.
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि महिलाओं की क्षमताओं और स्वतंत्रता को बढ़ाने के लिए बनाए गए कानून भी अपर्याप्त और सीमित हैं. दरअसल, जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ एक यूनिवर्सिटी के 11वें दीक्षांत समारोह और स्थापना दिवस समारोह में बोल रहे थे.
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में हमें आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि क्या महिलाओं को अपनी स्वतंत्रता का प्रभावी ढंग से प्रयोग करने और सार्वजनिक जीवन में भाग लेने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान किए जाते हैं.
दीक्षांत समारोह में न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने कहा कि कानून के क्षेत्र में भी महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है.
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