पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया है. दरअसल, महुआ मोइत्रा ने मां काली पर बयान दिया था. इसके बाद पार्टी ने उनके बयान से दूरी बना ली थी. हालांकि, महुआ मोइत्रा अभी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को फॉलो कर रही हैं.
दरअसल, डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'काली' के पोस्टर को लेकर विवाद जारी है. इसमें मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था. इसके साथ ही उनके एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी नजर आ रहा है. ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की है. इस विवाद पर महुआ मोइत्रा ने India Today Conclave East 2022 में अपनी राय रखी थी.
'काली के कई रूप'
महुआ मोइत्रा ने कहा था, आप अपने भगवान को कैसे देखते हैं. अगर आप भूटान और सिक्किम जाओ तो वहां सुबह पूजा में भगवान को व्हिस्की चढ़ाई जाती है, लेकिन यही आप उत्तर प्रदेश में किसी को प्रसाद में दे दो तो उसकी भावना आहत हो सकती है. मेरे लिए देवी काली एक मांस खाने वाली और शराब पीने वाली देवी के रूप में है. देवी काली के कई रूप हैं.
TMC ने बयान से खुद को अलग किया
वहीं, महुआ के इस बयान का विरोध बढ़ा तो टीएमसी ने किनारा कर लिया. पार्टी ने कहा है कि महुआ मोइत्रा की देवी काली पर की गई टिप्पणी उनके निजी विचार हैं. इसका पार्टी समर्थन नहीं करती है. अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस इस तरह की टिप्पणियों की कड़ी निंदा करती है.
'मैंने किसी पोस्टर का समर्थन नहीं किया'
वहीं, विवाद बढ़ने पर महुआ मोइत्रा ने भी सफाई दी थी. उन्होंने कहा कि आप सभी संघियों के लिए झूठ बोलना आपको बेहतर हिंदू नहीं बना देगा. मैंने कभी किसी फिल्म या पोस्टर का समर्थन नहीं किया. ना ही धूम्रपान शब्द का उल्लेख किया. मेरा एक सुझाव है. आप तारापीठ में मेरी मां काली के पास जाएं, यह देखने के लिए कि भोग के रूप में क्या चढ़ाया जाता है. जय मां तारा.