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कैलाश विजयवर्गीय का ममता पर निशाना, बोले- प्रतिशोध की राजनीति में अपने निम्नतम स्तर पर आ गईं

भारतीय जनता पार्टी के बंगाल पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि ममता दीदी की प्रतिशोध की राजनीति अब अपने निम्नतम स्तर पर आ गई है. अब तो मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं. ऐसी हरकतों से बंगाल की जनता डरने वाली नहीं और ममता सरकार के अत्याचारों को खत्म करने के लिए बेचैन है.

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मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल-पीटीआई)
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल-पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कैलाशः जनता ममता सरकार के अत्याचारों को खत्म करने को बेचैन
  • 'सांसद अर्जुन के आवास स्थित मंदिर पर हमला निंदनीय'
  • सांसद अर्जुन सिंहः मेरे घर के बाहर मंदिर पर भी हमला हुआ

पश्चिम बंगाल में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी और ममता बनर्जी के बीच ठनती दिख रही है. बंगाल पुलिस ने बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है जिसको लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ममता दीदी की प्रतिशोध की राजनीति अब अपने निम्नतम स्तर पर आ गई है. अब तो मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं.

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भारतीय जनता पार्टी के बंगाल पर्यवेक्षक कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर कहा कि ममता दीदी की प्रतिशोध की राजनीति अब अपने निम्नतम स्तर पर आ गई है. अब तो मंदिर भी सुरक्षित नहीं हैं. सांसद अर्जुन सिंह के आवास स्थित माता मंदिर पर हमला निंदनीय है. ऐसी हरकतों से बंगाल की जनता डरने वाली नहीं और ममता सरकार के अत्याचारों को खत्म करने के लिए बेचैन हैं.

अर्जुन सिंह ने आज ट्वीट कर बताया कि मेरे घर पर तो बम फेंके तो फेंके. मेरे घर के बाहर मां शीतला के मंदिर पर भी हमला हुआ. जिहादियों का सपना है कि बंगाल हिन्दू मुक्त हो. लेकिन याद रखिये कि यदि हिन्दू ने शस्त्र उठा लिए तो अखंड भारत बनाकर दम लेंगे. जय मां काली.

इससे पहले पश्चिम बंगाल पुलिस ने बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. यह एफआईआर सांसद अर्जुन सिंह की ओर से मुर्शिदाबाद पुलिस की घटना पर सांप्रदायिक ट्वीट को लेकर दर्ज किया गया. उनके खिलाफ बहरामपोरे पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है.

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बीजेपी सांसद अर्जुन सिंह ने मंगलवार (1 सितंबर) को एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने दावा किया कि 'एक विशेष धार्मिक समूह' ने पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद क्षेत्र में देवी काली के एक मंदिर को नष्ट कर दिया और मंदिर में मूर्ति को जला दिया.

हालांकि बीजेपी सांसद के दावे को मुर्शिदाबाद स्थित काली मंदिर के प्रबंधन ने ही खारिज कर दिया. आलमपुर काली मां निमतला काली मंदिर के सचिव शुकदेव बाजपेयी के अनुसार, इस घटना का कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था. यह किसी भी प्रकार की दुर्घटना हो सकती है, क्योंकि मंदिर के ताले नहीं टूटे हैं.

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