छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में महात्मा गांधी को लेकर अपशब्दों का प्रयोग करने वाला कालीचरण महाराज आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया. रायपुर पुलिस ने कालीचरण महाराज को मध्य प्रदेश के छतरपुर स्थित खजुराहो से गिरफ्तार किया है. कालीचरण वहां एक होटल में था.
छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमें बनाई थीं. ये टीमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में दबिश दे रही थीं. तभी पुलिस को कालीचरण के मोबाइल लोकेशन से पता चला कि वह खजुराहो के एक होटल में है. इसके बाद रायपुर पुलिस ने होटल में दबिश दी और कालीचरण को गिरफ्तार कर लिया.
लोकेशन से ट्रेस हुआ
पुलिस को इस बात का पता चल गया था कि कालीचरण लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा है. इस कारण पुलिस ने कई टीमें बनाई. कालीचरण के मोबाइल से उसे ट्रेस करने में आसानी हुई. इससे पुलिस को पता चला कि उसकी अंतिम लोकेशन खजुराहो में है. इसके बाद कई टीम उसे वहां ही घेरने में जुट गई. पुलिस को पता चला कि उसने एक किराए पर मकान भी ले लिया है, लेकिन इसके बाद भी वह होटल में था. पुलिस को इस बात की भी पुख्ता जानकारी मिली थी कि वह यूपी भागने की फिराक में है. इस कारण पुलिस ने सभी सीमाओं के साथ स्टेशन और एयरपोर्ट पर भी नजरें रखनी शुरू कर दी थी.
छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्रवाई पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सवाल उठाए हैं. दरअसल, कालीचरण को एमपी के खजुराहो से गिरफ्तार किया गया था. बिना एमपी पुलिस को इसकी सूचना दिए कार्रवाई को नरोत्तम मिश्रा ने संघीय ढांचे के खिलाफ बताया है. वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पुलिस के एक्शन को जायज ठहराया है. नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस को मध्य प्रदेश पुलिस को इन्फॉर्म करना चाहिए था. मिश्रा ने बताया कि उन्होंने एमपी के डीजीपी को छत्तीसगढ़ के डीजीपी से बात करने के लिए कहा है.
वहीं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने इस पूरे विवाद पर तंज कसा है. उन्होंने लिखा कि न्याय में इतना विलम्ब नहीं होना चाहिए कि वो अन्याय लगने लगे. सीएम बघेल ने कार्रवाई की जानकारी देते हुए ट्वीट के जरिए कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने कालीचरण महाराज के परिवार और वकील को उनकी गिरफ्तारी की सूचना दे दी है. 24 घंटे के अंदर उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा.
पूर्व महापौर ने दर्ज कराया था मुकदमा
कालीचरण महाराज के खिलाफ धारा 505(2) और धारा 294 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था. रायपुर के पूर्व महापौर और वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे ने संत कालीचरण के खिलाफ FIR दर्ज की कराई थी. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि महात्मा गांधी पर टिप्पणी करते हुए भड़काऊ भाषण देने वाले कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी जल्दी होगी. रायपुर में कुछ दिन पहले हुई धर्मसंसद में धर्म गुरु कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहे थे. उन्होंने गांधी जी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे की सराहना की थी.
कालीचरण ने कहा था, "इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था. उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था... मैं नाथूराम गोडसे को सलाम करता हूं कि उन्होंने मोहनदास करमचंद गांधी की हत्या की.''