कल्याण सिंह बीजेपी के नेताओं के लिए बाबूजी के तौर पर सम्मानित थे, लेकिन राजनीति का उनका कद ऐसा था कि धुर विरोधी मुलायम सिंह यादव हों या मायावती, उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनकी राजनीतिक हैसियत को समझा.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम पर रोड के नामकरण पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी योगी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि क्या-क्या नाम बदल दिए. इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए... उत्तर प्रदेश के 37 लाख बेरोज़गार नौजवानों के नाम अनइंप्लॉयमेंट पोर्टल पर हैं. नाम से ज्यादा काम करिए.
रामभक्ति में तज दिया, अपने सिर का ताज।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 23, 2021
राम शरण की ओर चले, परम रामभक्त आज।। https://t.co/p48DdqiYId
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बुलंदशहर जिले के नरौरा राजघाट पर हुआ. उनके अंतिम संस्कार में सीएम योगी, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.
बुलंदशहर के नरौरा में उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो रहा है.
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को बुलंदशहर के नरौरा में श्रद्धांजलि अर्पित की.
#WATCH उत्तर प्रदेश: केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को बुलंदशहर के नरौरा में श्रद्धांजलि अर्पित की। pic.twitter.com/9mvds8kYeM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 23, 2021
थोड़ी ही देर में कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार होगा. उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत राज्य और केंद्र के कई मंत्री शामिल हैं.
थोड़ी ही देर में नरौरा के गंगा घाट पर कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार होगा. उनका पार्थिव शरीर ले जा रहा रथ बुलंदशहर की सीमा में प्रवेश कर चुका है और थोड़ी ही देर में नरौरा घाट पहुंच जाएगा. उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को स्नान कराया जाएगा और उसके बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा.
(इनपुटः समर्थ श्रीवास्तव)
नरौरा में घाट पर कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार की तैयारी पूरी हो चुकी है. यहां के पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि करीब 3 बजे तक कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर घाट तक पहुंच जाएगा. उन्होंने बताया कि अग्नि देने के बाद करीब एक घंटे तक वैदिक मंत्रोच्चार का कार्यक्रम चलेगा. उन्होंने ये भी बताया कि 21 पंडित वैदिक विधि-विधान से उनका अंतिम संस्कार करवाएंगे.
कन्नौज से बीजेपी सांसद ने ट्वीट कर पूर्व सीएम अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'हिंदू हृदय सम्राट स्व. बाबू कल्याण सिंह जैसे जनप्रिय नेता को अगर मुलायम सिंह और अखिलेश यादव श्रद्धांजलि और सम्मान नहीं देंगे तो इससे बाबू जी के कद पर कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन हां ये सच है कि अगर लखनऊ में ये दोनों कल्याण सिंह जी के आखिरी दर्शन कर लेते तो इससे कार सेवकों पर गोली चलवाने वाली समाजवादी पार्टी को अपने पाप धोने का आखिरी मौका जरूर मिल जाता. लेकिन विनाशकाले विपरीत बुद्धि और यही इनकी तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है'
#KalyanSingh का अंतिम संस्कार नरौरा घाट पर किया जाएगा. मुख्य पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि 20 किलो चंदन की लकड़ी, 5 क्विंटल आम की लकड़ी, 50 किलो केसर कपूर की सामग्री, 60 किलो घी से अंतिम संस्कार की वैदिक विधि विधान से प्रकिया पूरी की जाएगी.#ReporterDiary (@mewatisanjoo) pic.twitter.com/yzy7zjnhUw
— AajTak (@aajtak) August 23, 2021
कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अभी अंतरौली स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है. यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भी यहां पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन किए. उनके अलावा यूपी सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी पहुंचे. सीएम योगी समेत कई मंत्री पहले से ही यहां मौजूद हैं.
अमित शाह ने कहा, 'उनका जाना भाजपा के लिए बड़ी क्षति है. बीजेपी ने एक दिग्गज और हमेशा संघर्षरत रहने वाला नेता खोया है. दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपने शुभचिंतक नेता गंवाया है.' उन्होंने कहा, राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए उन्होंने बिना सोचे-समझे सत्ता त्याग दी.
उन्होंने कहा, 'जब राम जन्मभूमि का शिलान्यास हुआ. उसी दिन मेरी बाबूजी से बात हुई थी. बड़े हर्ष और संतोष के साथ बताते थे कि मेरे जीवन का लक्ष्य आज पूरा हो गया है. पूरा जीवन यूपी के विकास को समर्पित रहा. गरीब लोगों को समर्पित रहा और यूपी को देश का सबसे अच्छा प्रदेश बनाने के लिए वो कार्यरत रहे. हम सब बीजेपी के कार्यकर्ताओं के लिए इतने गरीब तबके से उठकर इतना बड़ा नेता बनना, विचारधारा के लक्ष्यों के लिए जीवनभर संघर्षरत रहना, दबे-कुचले वर्ग के लिए हमेशा समर्पित रखना, ये सब हमारे लिए प्रेरणा रहेगी.'
उन्होंने आगे कहा, 'बाबूजी के जाने से राजनीति के अंदर, खासकर बीजेपी के लिए एक बड़ी जगह खाली हुई है और मैं मानता हूं कि इसे लंबे समय तक भर पाना बहुत मुश्किल होगा.'
मुख्य पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि 20 किलो चंदन की लकड़ी, 5 क्विंटल आम की लकड़ी, 50 किलो केसर कपूर और अन्य औषधियों की सामग्री, 60 किलो घी से अंतिम संस्कार की वैदिक विधि विधान से प्रकिया पूरी की जाएगी. उन्होंने बताया कि आर्य समाज के 21 पंडित वैदिक रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार कराएंगे.
(इनपुटः मुकुल शर्मा)
कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार नरौरा घाट पर किया जाएगा. यहां उनकी अत्येष्टि की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है. आर्य समाज के 21 पंडित वैदिक रीति-रिवाज से उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. यहां गंगा स्नान के लिए भी स्थान बनाया गया है. बताया जा रहा है कि गंगा नदी से कलश में जल भरकर उनका स्नान कराया जाएगा. स्नान के बाद वीवीआईपी उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्प चक्र चढ़ाएंगे. नरौदा के बसी घाट पर लगभग 3 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा.
(इनपुटः मुकुल शर्मा)
कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अतरौली पहुंच चुका है. यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्रियों और राज्य सरकार के मंत्रियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद गृहमंत्री शाह ने कहा, 'बाबूजी का जाना बीजेपी के लिए बड़ी क्षति है. उनकी जगह भर पाना मुश्किल होगा. राम मंदिर के शिलान्यास के बाद उन्होंने कहा था कि उनका लक्ष्य पूरा हुआ. राम जन्मभूमि आंदोलन के लिए उन्होंने बिना सोचे-समझे सीएम पद छोड़ दिया था.'
Aligarh: Union Home Minister Amit Shah, Union Ministers Prahlad Patel and VK Singh, UP CM Yogi Adityanath, MP CM Shivraj Singh Chouhan and other leaders pay their last respects to former UP CM Kalyan Singh in Atrauli. pic.twitter.com/Cc1F1xxzFq
— ANI UP (@ANINewsUP) August 23, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि दी.
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि अयोध्या में राम जन्म भूमि परिसर जाने वाली सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग होगा. अयोध्या के साथ-साथ लखनऊ, प्रयागराज, बुलंदशहर और अलीगढ़ में भी एक-एक सड़क पूर्व सीएम कल्याण सिंह के नाम से होगी. इसके अलावा अलीगढ़ एयरपोर्ट का नाम भी कल्याण सिंह के नाम पर रखने का विचार चल रहा है. इसको लेकर कैबिनेट में हो सकता है फ़ैसला.
#अयोध्या में राम जन्म भूमि परिसर जाने वाली सड़क का नाम होगा कल्याण सिंह मार्ग। @kpmaurya1 ने कहा की लोकनिर्माण विभाग जल्द पूरी करेगा कागजी प्रक्रिया ।
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 23, 2021
(इनपुटः कुमार अभिषेक)
कल्याण सिंह का आज नरौरा घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनके अंतिम संस्कार में अमित शाह, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज नेता शामिल होंगे.
कल्याण सिंह की अंतिम विदाई में शामिल होंगे अमित शाह, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ #UttarPradesh #KalyanSingh #ATVideo pic.twitter.com/XUPYro5Inj
— AajTak (@aajtak) August 23, 2021
अतरौली में पुलिस प्रशासन ने अपनी ओर से सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली हैं. दो हेलीपैड भी अतरौली में बनाए गए हैं. इसके अलावा पीडब्ल्यूडी गेस्ट हॉउस में अतिथियों के रुकने की व्यवस्था की गई है. केएमवी इंटर कॉलेज के एनेक्सी में कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर जनता दर्शन के लिए रखा जाएगा. उसके बाद दोपहर 1 बजे के करीब अंतिम संस्कार के लिए बुलंदशहर के नरौरा गंगा घाट ले जाया जाएगा. नरौरा गंगा घाट पर भी बुलंदशहर प्रशासन की ओर से 4 हेलीपैड बनाए गए हैं.
(इनपुटः अकरम खान)
ये भी पढ़ें-- सिर्फ बाबरी विध्वंस नहीं, कुशल प्रशासक के तौर पर भी याद किए जाएंगे कल्याण सिंह, फोटो में देखें राजनीतिक यात्रा
पूर्वी सीएम कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा होल्कर स्टेडियम से निकल चुकी है और करीब एक घंटे बाद अतरौली स्थित उनके पैतृक गांव मढ़ौली पहुंचेगी. यहां कुछ देर अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. इसके बाद गांव से पार्थिव शरीर को नरौरा घाट ले जाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
(इनपुटः समर्थ श्रीवास्तव)
कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा निकल चुकी है. होल्कर स्टेडियम से उनकी अंतिम यात्रा निकल गई. उनकी अंतिम यात्रा में भीड़ भी दिख रही है. साथ ही कई लोग सड़क किनारे खड़े हुए हैं और उनकी यात्रा को देख रहे हैं.
कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा थोड़ी ही देर में अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से निकलेगी. स्टेडियम में अंतिम यात्रा की तैयारी शुरू हो गई है.
(इनपुटः समर्थ श्रीवास्तव)
कल्याण सिंह की शवयात्रा उनके पैतृक गांव अतरौली होते हुए बुलंदशहर नरौरा के राज घाट तक 3 बजे तक पहुंचेगी. कल्याण सिंह साल 2004 में बुलंदशहर सीट से सांसद रहे थे. वहीं यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ भी पहुंचेंगे. 1996 में जनपद की डिबाई सीट से विधायक भी चुने गए. नरौरा जहां अंतिम संस्कार होना है वह डिबाई विधासभा क्षेत्र में आता है. 1996 में कल्याण सिंह यहीं से विधानसभा चुनाव जीते थे. उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ उमड़ने की संभावना हैं.
कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा में गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल होंगे. कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अंतिम यात्रा में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उमा भारती भी शामिल होंगी. कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा सुबह 9 बजे अलीगढ़ अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से निकलेगी.
कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को लखनऊ स्थित उनके आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से लखनऊ पहुंचकर उनके अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की थी. कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि हम सबके लिए ये शोक की घड़ी है. कल्याण सिंह जी के माता पिता ने उनका नाम कल्याण सिंह रखा था. उन्होंने जीवन ऐसे जिया, उन्होंने उनके माता पिता ने जो नाम दिया था, उस नाम को सार्थक किया, वो जीवन भर जनकल्याण के लिए जिए. उन्होंने जनकल्याण को ही अपना जीवन मंत्र बनाया और भारतीय जनता पार्टी, भारतीय जनसंघ पूरे परिवार को इस विचार के लिए देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए, उन्होंने समर्पित किया.
Kalyan Singh Ji…a leader who always worked for Jan Kalyan and will always be admired across India. pic.twitter.com/nqVIwilT7r
— Narendra Modi (@narendramodi) August 22, 2021
ये भी पढ़ें-- PM मोदी के साथ बेहद खास थी कल्याण सिंह की केमिस्ट्री, ऐसे शुरू हुई थी कहानी
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अंतिम यात्रा करीब 50 किलोमीटर का सफर तय करेगी. अहिल्याबाई स्टेडियम से पार्थिव शरीर सुबह करीब 9:00 बजे उनके पैतृक निवास अतरौली के गांव मढ़ौली और वहां से नरौरा घाट जाएगी. अलीगढ़ से नरौरा की दूरी लगभग 50 किमी है. अंतिम यात्रा में सीएम योगी सहित प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी स्वतंत्र देव भी शामिल होंगे. फूलों से सजाए गए वाहन से शव यात्रा गांव जाएगी. शव यात्रा करीब 2 से 3 घंटे में अतरौली निवास पहुंचेगी. इसके बाद केएमबी इंटर कॉलेज में अतरौली की जनता के लिए पार्थिव शरीर रखा जाएगा. इसके बाद नरौरा घाट अंतिम यात्रा निकलेगी जो दोपहर 3 बजे तक वहां पहुंचेगी.
(इनपुटः समर्थ श्रीवास्तव)
कल्याण सिंह के सम्मान में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया था. सोमवार को सार्वजनिक अवकाश रहेगा. बीजेपी ने भी अपने सारे कार्यक्रम टाल दिए हैं.
कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी, 1932 को यूपी के अतरौली में हुआ था. उनके माता-पिता का नाम सीता देवी और तेजपाल सिंह लोधी था. कल्याण सिंह ने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की थी. कल्याण सिंह दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे. वहीं, केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद उन्हें राजस्थान और हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल भी बनाया गया. राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कल्याण सिंह ने छह दिसंबर, 1992 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसी दिन अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विध्वंस किया गया था. अगले दिन केंद्र सरकार ने भी यूपी की कल्याण सिंह सरकार को बर्खास्त कर दिया था. इसके बाद, सितंबर 1997 से लेकर नवंबर, 1999 तक कल्याण सिंह फिर यूपी के सीएम बनाए गए.
यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह का निधन 21 अगस्त को हो गया था. वो काफी लंबे वक्त से बीमार चल रहे थे. 89 साल के कल्याण सिंह पिछले डेढ़ महीने से लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई अस्पताल में भर्ती थे. एक महीने पहले सांस लेने में तकलीफ होने के बाद उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था, जिसके बाद बीते दिन उनकी हालत और बिगड़ गई थी.