हिंदी सिनेमा की एक्ट्रेस और हिमाचल की मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) सांसद कंगना रनौत (Kangana Ranaut) खुद के बयानों को लेकर आए दिन सुर्खियों में रहती हैं. उनके बयान को लेकर मनोरंजन से लेकर सियासी दुनिया तक कई बार विवाद हो छिड़ चुका है. वो देश के कई बड़े चेहरों पर आरोप भी लगा चुकी हैं. कंगना रनौत ने एक बार फिर से किसानों पर विवादित बयान दिया है, जिसके बाद सियासी गलियारों में बहस शुरू हो गई.
इस बार कंगना रनौत के बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी को बाकायदा प्रेस रिलीज जारी करनी पड़ी. पार्टी ने कहा, 'कंगना का बयान, बीजेपी का बयान नहीं है. बीजेपी कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करती है. पार्टी की ओर से, पार्टी के नीतिगत विषयों पर बोलने के लिए कंगना रनौत को न तो अनुमति है और न ही वे बयान देने के लिए अधिकृत हैं. बीजेपी की ओर से कंगना रनौत को निर्देशित किया गया है कि वे इस प्रकार के कोई बयान भविष्य में न दें."
किसान आंदोलन पर विवाद बयान
कंगना रनौत ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ हुए किसान आंदोलन के दौरान पंजाब की 80 साल की एक बुजुर्ग महिला किसान की गलत पहचान करते हुए उन्हें बिलकिस बानो कहा था. कंगना के द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट में एक बुजुर्ग महिला दिखाई दे रही थीं, जो भले ही झुककर चल रही थीं, लेकिन उन्होंने किसान आंदोलन का झंडा बुलंद किए हुए था. उनका नाम मोहिंदर कौर था.
कंगना ने मोहिंदर कौर की तस्वीर को ट्वीट करते हुए लिखा था, ''हा हा...ये वही दादी हैं जिन्हें टाइम मैगजीन की 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था और ये 100 रुपये में उपलब्ध हैं."
हालांकि कंगना रनौत ने बाद में ये ट्वीट डिलीट कर दिया था. बता दें कि कंगना ने जिस बिलकिस बानो का जिक्र किया था, वह 82 साल की बुजुर्ग महिला हैं और उन्होंने दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में CAA प्रोटेस्ट के दौरान अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरी थीं.
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर CISF की महिला कॉन्स्टेबल ने दावा किया था कि वो कंगना के इसी बयान से नाराज थीं और कहा था कि किसान आंदोलन में खुद उनकी मां भी शामिल हुई थीं. इस दौरान कॉन्स्टेबल ने कंगना को थप्पड़ मारा था.
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राहुल गांधी पर ड्रग्स से जुड़ा बयान
इसी साल जुलाई महीने में संसद सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शिव और महाभारत की कथा के चक्रव्यूह का जिक्र किया था. इसके बाद कंगना रनौत ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा था, ' वो जिस तरह की बदहवास बातें करते हैं, उनकी जांच होनी चाहिए कि क्या वो ड्रग्स लेते हैं.'
कंगना ने अपने इस तरह के बयान का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया एक्स पर भी शेयर किया था.
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उद्धव ठाकरे से भी उलझ चुकी हैं कंगना
महाराष्ट्र में जब उद्धव ठाकरे की सरकार थी, तब मुंबई महानगर पालिका (BMC) ने कंगना के घर के कुछ हिस्से को अवैध बताकर बुलडोजर चलवा दिया था. इस मामले में अभिनेत्री ने उद्धव ठाकरे पर जमकर हमला बोला था. उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा था, "उद्धव ठाकरे तुझे क्या लगता है, तूने मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है. आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा. ये वक्त का पहिया है याद रखना हमेशा एक जैसा नहीं रहता."
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स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद शंकराचार्य पर उठाए सवाल
पिछले दिनों कंगना रनौत ने शंकराचार्य पर भी सवाल खड़े किए थे. जुलाई महीने में उन्होंने शंकराचार्य पर सवाल खड़े किए थे. इस दौरान कंगना, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के समर्थन में उतर आई थीं.
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा था कि उद्धव ठाकरे "विश्वासघात के शिकार" हैं. धर्म भी यही कहता है कि अगर राजा स्वयं अपनी प्रजा का शोषण करने लगे तो राजद्रोह ही परम धर्म है.
इसके बाद, शंकराचार्य पर कटाक्ष करते हुए कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने शिंदे को "देशद्रोही" और "विश्वासघाती" कहकर "सभी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है." "राजनीति में गठबंधन, संधि और पार्टी का विभाजन होना बहुत सामान्य और संवैधानिक है. कांग्रेस पार्टी 1907 में और फिर 1971 में विभाजित हुई थी. अगर कोई राजनेता राजनीति नहीं करेगा, तो क्या वह गोलगप्पे बेचेगा?"
उन्होंने कहा था, "शंकराचार्य जी ने अपने शब्दों और अपने प्रभाव का दुरुपयोग किया है. उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर उन पर देशद्रोही और विश्वासघाती होने का आरोप लगाकर हम सभी की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है."
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर कंगना के समर्थक और विरोधी आपस में भिड़ गए थे.
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'2014 में मिली असली आजादी'
साल 2021 में एक टीवी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कंगना रनौत ने कहा था, '1947 में भारत को भीख में आजादी मिली थी, देश को असली आजादी साल 2014 में मिली.'
कंगना रनौत के इस बयान के बाद पूरे देश में नई बहस छिड़ गई थी और सियासी गलियारों में तहलका मच गया था.
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तापसी, ऋचा और स्वरा भास्कर पर टिप्पणी
कंगना रनौत, हिंदी सिनेमा की जानी-मानी एक्टर स्वरा भास्कर, ऋचा चड्ढा और तापसी पन्नू को लेकर भी विवादित बयान दे चुकी हैं.
एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में स्वरा और तापसी को बी-ग्रेड अभिनेत्री बताया था. इसके अलावा तापसी, ऋचा और स्वरा को लेकर कंगना ने कहा था कि उनके पास अभी तक चुकाने के लिए बिल बाकी है.
नेपोटिज्म को लेकर करण जौहर पर हमला
हिंदी सिनेमा में नेपोटिज्म को लेकर कंगना रनौत कई बार विवादित बयान दे चुकी हैं. उन्होंने बॉलीवुड प्रोड्यूसर और डायरेक्टर करण जौहर पर कई बार हमला बोला है. कंगना ने एक बार करण जौहर के शो 'कॉफी विद करण' पर बोलते हुए नेपोटिज्म का फ्लैग बियरर कह दिया था.
शबाना आजमी को बताया 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' का हिस्सा
कंगना रनौत हिंदी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री शबाना आजमी पर भी हमला बोल चुकी हैं. 2019 में हुए पुलवामा आतंकवदी हमले के वक्त शबाना आजमी का पाकिस्तान दौरा तय था. इस पर कंगना ने शबाना को लेकर कहा था कि ऐसे लोग 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' के साथ खड़े हैं.