चीन में रहस्यमयी बीमारी निमोनिया के केसों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है.इसे देखते हुए कर्नाटक सरकार अलर्ट मोड में आ गई है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने कहा कि मैंने अधिकारियों से कहा है कि वह चीन में लगातार बढ़ रहे निमोनिया के केसों की स्टडी करें. इन पर बारीकी से नजर रखे. इसके साथ ही हमें भारत सरकार से दिशा-निर्देश भी मिले हैं. हमने अपने सभी अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा है. इसके साथ ही अधिकारियों से कहा है कि सभी तैयारियों की भी जांच की जाए.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य में मॉक ड्रिल करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही ऑक्सीजन, बेड, पीपीई किट की उपलब्धता रखने के निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अभी घबराने की कोई बात नहीं है. हम भारत सरकार के अगले दिशा-निर्देशों तक इंतजार करेंगे. लेकिन हमारे अस्पताल तैयार हैं. हम निगरानी रख रहे हैं. लोगों को स्थिति के बारे में भी बता रहे हैं.
बता दें कि इस निमोनिया बीमारी के लक्षण जैसे फेफड़ों में सूजन, सांस लेने में दिक्कत के साथ ही खांसी और तेज बुखार दिखाई दे रहे हैं. बीमारी का प्रकोप इतना ज्यादा है कि सरकार ने यहां स्कूल बंद करने की तैयारी कर ली है. इस बीमारी के लक्षण निमोनिया से मिलते-जुलते हैं लेकिन इसके कुछ लक्षण निमोनिया से बिल्कुल अलग हैं. WHO ने भी इस बीमारी को लेकर चेतावनी जारी की है.
चीन में सांस संबंधी बीमारी के केस बढ़े
जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ हफ्तों में चीन में श्वसन रोगों की घटनाओं में बढ़ोतरी की सूचना है. बच्चों में सांस संबंधी बीमारी के सामान्य कारण ही सामने आए है और असामान्य रोगज़नक़ या किसी भी अनएक्सपैक्टेड क्लीनिकल फैक्टर्स की कोई पहचान नहीं हुई है.
ये है WHO की गाइडलाइंस
चीन में फैल रहे इस खतरनाक निमोनिया वायरस को लेकर WHO ने कुछ गाइडलाइन जारी की हैं. इस गाइडलाइंस में लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है. साथ ही, लोगों से यह भी कहा गया है कि वह साफ-सफाई का खास ध्यान रखें और शरीर में कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क का इस्तेमाल करें.