कर्नाटक में चड्डी विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. जो विवाद पहले सिर्फ स्कूली पाठ्यपुस्तकों के कथित ‘भगवाकरण’ होने को लेकर था, अब बात चड्डी तक आ गई है. कांग्रेस की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने कर्नाटक सरकार में मंत्री बीसी नागेश के आवास के बाहर प्रदर्शन किया. उनकी तरफ से खाकी निकर (शॉर्ट्स) जला मंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया गया. लेकिन आजतक से बात करते हुए बीसी नागेश ने अलग ही कहानी बंया की है.
राज्य के शिक्षा मंत्री ने बताया है कि NSUI के कुछ कार्यकर्ता उनके घर में घुस गए थे. उन्होंने वहां पर एक कपड़े में आग भी लगा दी. ये सब उस समय किया गया जब घर में उनका बेटा अकेले था. बीसी नागेश ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि चड्डी जलाने जैसे चीप स्टंट पर कांग्रेस उतर आई है. इस समय उनके पास कर्नाटक सरकार को घेरने के लिए कोई मुद्दा नहीं बचा है. वहीं स्कूली पाठ्यपुस्तकों के कथित ‘भगवाकरण’ करने वाले आरोपों पर बीसी नागेश ने साफ कर दिया है कि इस मामले में लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
उनके मुताबिक जो चीजें किताबों में जोड़ी गई हैं, वो पहले से ही मौजूद थीं. सीएम पहले भी स्पष्ट कर चुके हैं कि वे तमाम तरह के बदलाव करने को तैयार हैं. कुछ लोग सिर्फ इसलिए परेशानियां खड़ी कर रहे हैं क्योंकि वे हिंदू एकता से डर गए हैं. वैसे जब से शिक्षा मंत्री के घर के बाहर ये 'चड्डी प्रदर्शन' हुआ है, ये विवाद राज्य में काफी ज्यादा तूल पकड़ गया है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस पर बड़ा हमला करते हुए इस पूरी घटना को ही शर्मनाक बता दिया है. उनकी तरफ से कांग्रेस को चुनावों में मिली करारी हार वाली बात भी याद दिलाई गई है.
All out 'chaddi' nataka explodes: @MalavikaBJP slams Congress for targeting RSS, calls them 'foolish'. @NasirHussainINC hits back. Listen in. (@nabilajamal_) #ITVideo pic.twitter.com/0vpZSACkhx
— IndiaToday (@IndiaToday) June 7, 2022
वे कहते हैं कि यूपी के लोगों ने पूरे देश के सामने इस पार्टी की चड्डी उतार दी. असम ने भी ऐसा ही किया, राजस्थान में भी पायलट और कुछ दूसरे नेताओं की वजह से उनकी हालत खस्ता चल रही है. एमपी में भी इनकी चड्डी उतर चुकी है. इन्होंने हर जगह अपनी चड्डी खो दी है.
वैसे इस विवाद पर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने एक कार्यक्रम में कहा था कि हमने विरोध के दौरान केवल एक चड्डी-खाकी हाफ पैंट जलाई, इसे एक बड़े अपराध के रूप में देखा गया. कार्यकर्ताओं ने कोई असामाजिक कार्य नहीं किया, यह कैसे एक अवैध कार्य है? सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना कानून का उल्लंघन नहीं है. कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'संविधान हमें न्याय के लिए लड़ने का अधिकार देता है, यदि राज्य सरकार हमारे कार्यकर्ताओं को रिहा नहीं करती है, तो हम राज्यव्यापी 'चड्डी जलाओ- बर्न हाफ खाकी पैंट' अभियान शुरू करेंगे.'