कर्नाटक में कोरोना (Karnataka Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए सख्ती बढ़ा दी है. कर्नाटक में अगले 15 दिनों तक विरोध-प्रदर्शन या रैलियां करने पर बैन लगा दिया गया है. सीएम बीएस येदियुरप्पा ने सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ बैठक के बाद ये फैसला लिया.
कर्नाटक सरकार ने यह भी साफ कर दिया है कि राज्य में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा. राज्य स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक के बाद सरकार की ओर से कहा गया कि आज (सोमवार) से लेकर 15 दिनों तक राज्य में किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन की इजाजत नहीं होगी. कोरोना के खतरे को देखते हुए किसी भी तरह की पार्टी या फंक्शन करने की भी इजाजत नहीं होगी. मास्क न पहनने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
कर्नाटक सरकार ने कहा कि राज्य में चुनावी रैलियों की संख्याओं को भी कम करने की जरूरत है. अगर मैरिज हॉल मालिक नियमों का पालन नहीं करते हैं, तो उन्हें दंडित किया जाएगा और 6 महीने के लिए जेल की सजा होगी. किसी भी सूरत में भीड़ को इकट्ठा नहीं करना है. राज्य में कोरोना के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा.
For 15 days from today no protests, rallies will be allowed. Number of cases in apartments are increasing, so no parties or celebration allowed from today. There will be no lockdown. Strict action will be taken against people who don't wear mask: Karnataka Government
— ANI (@ANI) March 29, 2021
वहीं राज्य के शिक्षा मंत्री ने कहा कि हम स्कूल और कॉलेज बंद करने नहीं जा रहे. हालांकि, स्कूलों को बंद करने के बारे में सुझाव लिया है और 15 दिनों बाद इन सुझावों की समीक्षा की जाएगी.
आपको बता दें कि सोमवार को कर्नाटक में 2792 नए कोरोना के मामले सामने आए. 1964 डिस्चार्ज किये गए और 16 मौतें दर्ज़ की गई. राज्य में कोरोना के कुल मामले 9,89,804 के आंकड़े पर पहुंच गए हैं. कुल रिकवरी 9,53,416 है, वहीं अब तक 12,520 लोगों की कर्नाटक में कोरोना के चलते जान जा चुकी है. राज्य में 23,849 एक्टिव अभी भी मौजूद हैं.