कर्नाटक में ठेकेदार संतोष पाटिल की खुदकुशी के मामले में बवाल मचा हुआ है. इस मामले में कर्नाटक के मंत्री ईश्वरप्पा पर एफआईआर भी दर्ज हो गई है. माना जा रहा है कि बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व आज शाम ईश्वरप्पा के खिलाफ बड़ा कदम उठा सकता है. उधर, कांग्रेस भी इस मामले में मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कर रही है.
कांग्रेस नेता डीके शिव कुमार ने कहा, हम इस मामले में स्थगन प्रस्ताव लाए थे. लेकिन इसे खारिज कर दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि ईश्वरप्पा अपनी पार्टी के कार्यकर्ता से ही रिश्वत चाहते थे, लेकिन उसे परेशान किया गया. पीड़ित संतोष ने हर तरफ न्याय की गुहार लगाई. लेकिन उसकी नहीं सुनी गई.
ईश्वरप्पा मौत के लिए जिम्मेदार- कांग्रेस
डीके शिवकुमार ने कहा, संतोष ने उडुपी में सीएम कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई से मुलाकात करने की भी कोशिश की. उन्होंने आरोप लगाया कि ईश्वरप्पा ही संतोष की मौत के लिए जिम्मेदार हैं. शिवकुमार ने सरकार से अपील की है कि कानून की रक्षा की जानी चाहिए. मंत्री को गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज होना चाहिए.
ईश्वरप्पा को सीएम ने भेजा समन
कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई ने बताया कि ईश्वरप्पा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. मैंने उन्हें बुलाया है. मैं उनसे फोन पर भी बात करूंगा.
क्या है मामला?
संतोष पाटिल सोमवार को उडुपी शहर में मृत मिले थे. इससे कुछ वक्त पहले ही संतोष पाटिल ने अपने दोस्त को एक वॉट्सऐप मैसेज किया था. इसमें उन्होंने मंत्री को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया था. संतोष पाटिल ने लिखा था, 'ईश्वरप्पा मेरी मौत के जिम्मेदार हैं. उनको सजा मिलनी चाहिए.
इससे पहले संतोष पाटिल ने खुद पीएम मोदी को एक पत्र लिखकर ईश्वरप्पा पर आरोप लगाए थे. कहा गया था कि मंत्री ईश्वरप्पा ने उनसे काम के बदले 40 फीसदी कमीशन की मांग की थी. संतोष के भाई प्रशांत पाटिल की शिकायत पर ईश्वरप्पा और उनके दो साथियों पर मामला दर्ज किया गया है. प्रशांत पाटिल ने आरोप लगाया था कि मंत्री ने उनके भाई से कमीशन मांगी थी और फिर मानहानि का केस भी किया.
परिवार से बातचीत के बाद पुलिस को पता चला था कि 11 अप्रैल को वह पत्नी से कहकर निकले थे कि वह दोस्तों के साथ पिकनिक पर जा रहे हैं. इसके बाद उनकी कोई सूचना नहीं आई. फिर सोमवार को ही उडुपी के लॉज में वह मृत मिले. उसी बिल्डिंग के अलग कमरों में उसके दो दोस्त भी मौजूद थे.