कर्नाटक में दो महिला नौकरशाहों आईपीएस डी रूपा और आईएएस अफसर रोहिणी सिंधुरी के बीच विवाद तेजी से बढ़ रहा है. बीते रविवार को लोग तब हैरान रह गए, जब डी रूपा ने रोहिणी सिंधुरी की कुछ निजी तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर कर दीं. उन्होंने दावा किया कि सिंधुरी ने तीन पुरुष आईएएस अधिकारियों को अपनी निजी तस्वीरें खुद भेजी थीं. रूपा ने सिंधुरी पर 19 आरोप लगाए. वहीं सिंधुरी ने बीते रविवार को बयान जारी कर कहा कि रूपा उन्हें बदनाम करने के लिए झूठे आरोप लगा रही हैं.
कौन हैं आईएएस रोहिणी सिंधुरी ?
रोहिणी सिंधुरी, कर्नाटक कैडर, 2009 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह मूल रूप से आंध्र प्रदेश की रहने वाली हैं. वह अभी तक कई पदों पर काम कर चुकी हैं. इस वक्त वह हिंदू धार्मिक संस्थानों और धर्मार्थ बंदोबस्ती विभाग के आयुक्त के तौर पर काम कर रही हैं. इसके अलावा डी रूपा की बात करें, तो वह कर्नाटक हस्तशिल्प विकास निगम में एमडी के रूप में काम कर रही हैं.
आईपीएस रूपा के आईएएस सिंधुरी पर 19 आरोप
डी रूपा ने सिंधुरी के खिलाफ शनिवार, 18 फरवरी को 19 आरोप लगाए. जिसमें भूमि रिकॉर्ड विभाग में अपने अधिकार का ग़लत इस्तेमाल करने, रियल स्टेट में परिवारवाद, अघोषित संपत्ति और आईएएस अधिकारी डीके रवि की रहस्यमई मौत में उनकी भूमिका जैसे आरोप शामिल हैं.
आईएएस सिंधुरी ने क्या जवाब दिया?
सिंधुरी ने इसके बाद बयान में कहा कि वह कानूनी कार्रवाई करेंगी. सिंधुरी ने कहा, 'उन्होंने मुझे बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया और व्हाट्सएप स्टेट्स से मेरी तस्वीरों के स्क्रीनशॉट जुटाए गये हैं. जैसा कि उन्होंने आरोप लगाया है कि मैंने ये तस्वीरें कुछ अधिकारियों को भेजी हैं, मैं चाहती हूं कि वो उनके नामों का खुलासा भी कर दें.' आईपीएस रूपा ने प्रशासन से आग्रह किया कि सिंधुरी पर सहानुभूति न दिखाएं और उनके खिलाफ लगने वाले आरोपों की जांच करें. इसके अलावा महिला आईपीएस ने कहा कि वह इस मामले को जनता के ध्यान में लेकर आई हैं.
क्या है आईएएस डीके रवि का मामला
राज्य के वाणिज्य विभाग में अतिरिक्त आयुक्त डी.के.रवि 16 मार्च 2015 को अपने आधिकारिक आवास के कमरे में पंखे से फंदे पर लटके पाए गए थे. उनके शव को उनकी पत्नी कुसुमा ने तब देखा, जब कॉल का जवाब नहीं देने पर डुप्लिकेट चाबी से घर का दरवाजा खोलकर वह अंदर गईं.
ऐसे में पुलिस ने रवि की मौत को प्रथम दृष्टया खुदकुशी का मामला बताया और राज्य सरकार ने मामले की जांच का जिम्मा आपराध जांच विभाग (सीआईडी) को सौंप दिया. हालांकि, रवि के परिजनों का कहना था कि उनकी मौत के पीछे कोई साजिश है और मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराई जानी चाहिए.
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक कर्नाटक के आईएएस अफसर डीके रवि ने जिस दिन कथित तौर पर खुदकुशी की, उस दिन उन्होंने 2009 के आईएएस बैच की अपनी एक महिला साथी को एक घंटे के अंदर 44 बार फोन किया था. यह जानकारी IAS रवि के फोन कॉल डिटेल की पुलिस छानबीन में सामने आई थी.