कर्नाटक में एक 40 वर्षीय शख्स मंकीपॉक्स के लिए पॉजिटिव पाया गया है. हाल ही में वह दुबई से लौटा था. पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) की लैब ने इस संक्रमण की पुष्टि की है.
इस व्यक्ति ने 17 जनवरी को मंगलुरु पहुंचने के बाद शीघ्र ही पित्ती जैसे चकत्ते और बुखार हो गया था. उसे तत्काल एक निजी अस्पताल में आइसोलेट कर दिया गया और उसका इलाज किया गया. स्वास्थ्य अधिकारियों ने पुष्टि की है कि वह शख्स स्थिर है और जल्द ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी.
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शख्स की पत्नी एयरपोर्ट पर उनसे मिले गई थी, जिन्हें एहतियाती तौर पर निगरानी में रखा गया है. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मंकीपॉक्स केवल करीबी संपर्क से फैलता है और यह कोविड-19 की तुलना में कम जोखिम भरा है. अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे घबराएं नहीं.
चीन में नए मंकीपॉक्स वेरिएंट का समूह
भारत में मंकीपॉक्स का ये नया मामला ऐसे समय आया है जब चीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंकीपॉक्स के एक नए वैरिएंट का पता लगाया है, जिसे क्लेड Ib कहा जाता है. यह वायरस लगातार और अधिक देशों में फैल रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पिछले वर्ष मंकीपॉक्स को एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था.
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चीन में कांगो से लौटा था शख्स, पाया गया एमपॉक्स से संक्रमित
चीन के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने उन मामलों के समूह की जानकारी दी है जो एक विदेशी शख्स से जुड़े हैं, जिसने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (DRC) की यात्रा की थी और वहां से लौटने के बाद शख्स में शिकायत पाई गई थी. हालात को देखते हुए स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि सावधानी से निगरानी और सुरक्षा तरीके अपनाए जा रहे हैं, ताकि वायरस के फैलाव को नियंत्रित किया जा सके.