कर्नाटक सरकार ने नंदिनी दूध और दही के दाम में 4 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी कर दी है. मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई. पशुपालन मंत्री के. वेंकटेश ने बताया कि यह कदम राज्य में डेयरी किसानों को प्रोत्साहित करने और दूध उत्पादन की लागत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है. उन्होंने कहा कि नए मूल्य संशोधन से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इसका लाभ सीधे राज्य के दुग्ध उत्पादकों तक पहुंचे.
ये होंगी नई कीमतें
- टोंड मिल्क: 42 रुपए से बढ़कर 46 रुपए प्रति लीटर
- होमोजिनाइज्ड टोंड मिल्क: 43 रुपए से बढ़कर 47 रुपए प्रति लीटर
- गाय का दूध (ग्रीन पैकेट): 46 रुपए से बढ़कर 50 रुपए प्रति लीटर
- शुभम दूध: 48 रुपए से बढ़कर 52 रुपए प्रति लीटर
- दही: 50 रुपए से बढ़कर 54 रुपए प्रति लीटर
1 अप्रैल से होगी बढ़ोतरी
कर्नाटक के सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना ने कहा कि 1 अप्रैल से राज्य में दूध की कीमतों में 4 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी होगी. उन्होंने कहा कि दूध संघों और किसानों के दबाव के चलते कीमतों में बढ़ोतरी की गई है. संवाददाताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला दूध संघ ने लिया है. वे 5 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की मांग कर रहे थे, सरकार ने इस पर सहमति जताई और 1 अप्रैल से 4 रुपये की बढ़ोतरी का फैसला किया. बढ़ाए गए पूरे 4 रुपये किसानों को मिलने चाहिए. दूध की कीमतों में यह बढ़ोतरी बस और मेट्रो किराए के साथ-साथ बिजली दरों में बढ़ोतरी के मद्देनजर की गई है.
KMF ने पिछले साल भी बढ़ाई थी कीमतें
पीटीआई के मुताबिक इससे पहले कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (KMF) के अध्यक्ष भीमा नाइक ने भी दूध की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना के संकेत दिए थे. कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) अपने डेयरी प्रोडक्ट्स को 'नंदिनी' ब्रांड के तहत बेचता है. 2024 में केएमएफ ने दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति पैकेट की बढ़ोतरी की थी और प्रति पैकेट मात्रा में 50 ml बढ़ाई थी.
केएमएफ का कहना है कि 2024 में मूल्य वृद्धि कोई बढ़ोतरी नहीं थी, क्योंकि आपूर्ति की गई दूध की मात्रा में भी वृद्धि हुई थी. वर्तमान में 1.050 मिलीलीटर के नियमित नंदिनी टोंड दूध (नीला पैकेट) की कीमत 44 रुपये है.