जेडीएस सांसद और हासन सीट से राजग उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ बलात्कार का एक और केस दर्ज किया गया है. प्रज्वल रेवन्ना पर कई महिलाओं के कथित यौन शोषण के आरोप लगे हैं. यह शिकायत एक महिला ने दर्ज कराई है जिसमें उसने प्रज्वल रेवन्ना पर अपहरण के बाद उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया.
निलंबित जद (एस) नेता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 376(2) (एन) [बार-बार बलात्कार करना], 376(2) (के) [एक लोक सेवक के रूप में बलात्कार करना], 354(ए), 354बी [महिला पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग], 354(सी) [किसी महिला की सहमति के बिना किसी निजी कार्य में उसका वीडियो कैप्चर करना] और 506 [आपराधिक धमकी] के तहत मामला दर्ज किया गया है.
यह भी पढ़ें: प्रज्वल रेवन्ना सेक्स टेप उजागर करने वाले भाजपा नेता को यौन उत्पीड़न केस में पुलिस ने हिरासत में लिया
अभी फरार है प्रज्वल
दरअसल कर्नाटक में 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के पहले चरण से ठीक पहले प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर महिलाओं के साथ यौन शोषण के कई वीडियो सामने आए थे. प्रज्वल रेवन्ना हासन से जद (एस) के उम्मीदवार था और अभी वह फरार है. प्रज्वल के पिता एचडी रेवन्ना विधायक है. प्रज्वल के खिलाफ इंटरपोल ने ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया है. उस पर बलात्कार, छेड़छाड़, धमकी, ब्लैकमेलिंग और धमकी देने के आरोप हैं.
प्रज्वल के पिता जेल में
बुधवार को, होलेनारासिपुरा का प्रतिनिधित्व करने वाले एचडी रेवन्ना को अपहरण के एक मामले में 14 मई तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. एचडी रेवन्ना पर प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर बलात्कार की शिकार महिला के अपहरण का आरोप है. इस बीच, प्रज्वल रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर कार्तिक को विशेष जांच दल (एसआईटी) ने उनके सामने पेश होने के लिए नोटिस दिया है.
भाजपा नेता देवराजे गौड़ा, जिन्होंने कथित तौर पर रेवन्ना द्वारा कई महिलाओं के साथ कथित यौन शोषण के बारे में भाजपा नेतृत्व को सचेत किया था, को सेक्स स्कैंडल के सिलसिले में राज्य के चित्रदुर्ग जिले के पास से हिरासत में लिया गया. पूछताछ के दौरान, गौड़ा ने दावा किया कि कार्तिक के पास एक पेन ड्राइव थी जिसमें कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना के अश्लील वीडियो थे.
यह भी पढ़ें: 'SIT नहीं कर रही है निष्पक्ष जांच...', प्रज्वल मामले में पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
प्रज्वल द्वारा कई महिलाओं के यौन शोषण के आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे थे. उसके आधार पर कर्नाटक राज्य महिला आयोग द्वारा मुख्यमंत्री सिद्धरमैया को पत्र लिखे जाने के बाद राज्य सरकार ने 28 अप्रैल को मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया.चुनाव के एक दिन बाद प्रज्वल रेवन्ना 27 अप्रैल को कथित तौर पर देश छोड़कर चला गया. एसआईटी ने उसेपेश होने के लिये समन भी भेजा था.