कर्नाटक कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम सिद्धारमैया एक बार फिर विवादों में हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना हिटलर से की है. उनके इस बयान के बाद बीजेपी हमलावर हो गई है. केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने पलटवार किया है. जोशी ने कहा कि सिद्धारमैया तो खड़गे को भी पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. उनके इस बयान पर कांग्रेस को अपना स्टैंड क्लीयर करना चाहिए.
प्रह्लाद जोशी ने कहा कि उन्होंने मोदी की तुलना हिटलर से की है. मैं पूछना चाहता हूं कि उनकी पार्टी का क्या स्टैंड है? सिद्धारमैया आज भी मल्लिकार्जुन खड़गे को पार्टी अध्यक्ष के रूप में स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं. सिद्धारमैया का कहना है कि सिर्फ राहुल गांधी की विचारधाराओं का समर्थन किया जाएगा. सिर्फ नाम मात्र के लिए खड़गे पार्टी प्रमुख हैं. जबकि मोदी एक निर्वाचित नेता हैं. नियुक्त नहीं. वह किसी गांधी परिवार से नहीं हैं. दूसरी बात, आप (सिद्धारमैया) जो कहना चाहते हैं, क्या लोग मानेंगे?
'मोदी 100 बार कहेंगे तब भी लोग विश्वास नहीं करेंगे'
बता दें कि सिद्धारमैया ने मोदी की तुलना हिटलर से की और कहा है कि उनका समय अभी कुछ दिन और रहेगा. अगर वो 100 बार भी कह दें तो भी बीजेपी सत्ता में वापस नहीं आएगी. लोग विश्वास नहीं करेंगे. हिटलर का क्या हुआ? कुछ दिनों तक वह धूमधाम से घूमता रहा. मुसोलिनी और फ्रेंको का क्या हुआ? वह भी कुछ दिन ऐसे ही घूमते रहेंगे. वह प्रधानमंत्री हैं. उन्हें आने दो, हमें कोई दिक्कत नहीं है.
सिद्धारमैया ने आगे कहा- जब वो कहते हैं कि बीजेपी सत्ता में आएगी तो मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि अगर वो 100 बार भी कहें तो वे सत्ता में नहीं आएंगे.
कर्नाटक को हिंदुत्व की प्रयोगशाला बना रही है भाजपा: सिद्धारमैया
विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने उडुपी में पत्रकारों से बातचीत की और कहा- ये हिंदुत्व की प्रयोगशाला है. झूठ बोलना इनका काम है. सावरकर हिटलर से प्रेरित थे. सावरकर ने हिंदुत्व का गठन किया. हिंदू अलग है, हिंदुत्व अलग है. उन्होंने आगे कहा- सत्तारूढ़ भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए तटीय कर्नाटक को हिंदुत्व की प्रयोगशाला में बदलने की कोशिश कर रही है.
(रिपोर्ट- अनघा)