उत्तराखंड के केदारनाथ में मंगलवार को हुए दर्दनाक हेलिकॉप्टर क्रैश में 6 श्रद्धालुओं समेत 7 लोगों की मौत हो गई. इन श्रद्धालुओं ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी. इस हादसे को लेकर चश्मदीदों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. चश्मदीदों ने बताया कि कैसे हेलिकॉप्टर उड़ान भरने के सिर्फ 5-6 सेकंड में आग का गोला बन गया.
आर्यन कंपनी के चॉपर Bell 407 ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए करीब 11.45 बजे उड़ान भरी थी. यह सिर्फ 2 किमी ही आगे उड़ पाया था कि गरुड़चट्टी में खराब मौसम और घने कोहरे के चलते एक पहाड़ से टकरा गया. इसके बाद चॉपर में ब्लास्ट हो गया और आग लग गई. देखते ही देखते इसमें सवार सभी लोगों की मौत हो गई. हेलिकॉप्टर में सवार लोगों के चेहरे इतनी बुरी तरह से जले हुए थे कि इन्हें पहचानना मुश्किल हो रहा था.
हर तरफ सिर्फ मलबा था
चश्मदीद के मुताबिक, केदारनाथ से टेकऑफ के सिर्फ 5-6 सेकंड बाद ही ये हादसा हो गया. केदारनाथ की सुरक्षा में तैनात मनोहर सिंह ने बताया कि हेलिकॉप्टर केदारनाथ से सिर्फ 2 किमी दूर जाकर पहाड़ से टकरा गया. उन्होंने बताया कि घना कोहरा था, इसलिए कुछ दिख नहीं रहा था. लेकिन जैसे ही क्रैश की आवाज आई, सब लोग उसी तरफ दौड़े. मनोहर सिंह ने बताया, काफी घना कोहरा था. हेलिकॉप्टर में आग जलती हुई नजर आ रही थी. हर तरफ हेलिकॉप्टर का मलबा बिखरा हुआ था.
DGCA ने दिए जांच के आदेश
आर्यन एविएशन का चॉपर खराब मौसम और कोहरे के चलते हेलिकॉप्टर पहाड़ से टकरा गया था और उसमें ब्लास्ट हो गया. इस मामले में 7 लोगों की मौत हो गई. इनमें 3 महिलाएं शामिल थीं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी समेत तमाम बड़े नेताओं ने इस हादसे पर दुख जताया था.
इस मामले में एयरक्रॉफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) और DGCA से इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं. आर्यन एविएशन हाल ही में जांच के दायरे में था और कुछ उल्लंघनों के लिए DGCA ने उस पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था. कंपनी के पास 5 चॉपर हैं.