केरल के पठानमथिट्टा में एक बुजुर्ग दंपत्ति ने अपनी कार में आग लगाकर खुदकुशी कर ली. कहा जा रहा है कि वह अपने बेटे के ड्रग एडिक्शन से परेशान थे. उन्होंने कथित रूप से अपने सुसाइड नोट में इस बात का जिक्र किया है. कहा जा रहा है कि बुजुर्ग ने अपने बेटे के ड्रग एडिक्शन को हैंडल नहीं कर पाने की वजह से अपनी जान दे दी, जो फिलहाल प्राइवेट रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती है.
स्थानीय पुलिस ने बताया कि तिरुवल्ला के एक बुजुर्ग दंपत्ति राजू थॉमस जॉर्ज (69) और लैगी थॉमस (63) ने अपनी कार के अंदर खुद को आग लगाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस के मुताबिक, दंपत्ति के घर से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिससे पता चलता है कि उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वे अपने 39 वर्षीय बेटे की नशे की लत से निपटने में असमर्थ थे.
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अपने बेटे को सरकारी सेंटर में भर्ती कराने की अपील
बुजुर्ग का बेटा फिलहाल इडुक्की जिले के थोडुपुझा में एक रिहैबिलिटेशन सेंटर में है. पुलिस ने बताया कि खेत के पास मिले वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर का पता लगाने के बाद दंपत्ति की पहचान सुनिश्चित की गई. उन्होंने अपने सुसाइड नोट में पुलिस प्रशासन से अपने बेटे को किसी सरकारी संस्थान में भर्ती कराने की अपील की है. साथ ही बुजुर्ग ने सुसाइड नोट में बताया कि उन्होंने अपनी संपत्ति बहू और पोती के नाम कर दी है.
विदेश में रहता था, घर लौटा तो लगी नशे की लत
स्थानीय लोगों का कहना है कि बुजुर्ग का बेटा राजू विदेश में रहता था. कई वर्षों तक काम करने के बाद अपने घर लौट आया था. यहां उसको नशे की लत लग गई, जिसने मां-बाप की जान ले ली. पुलिस ने बताया कि पेट्रोलिंग टीम ने वाहन को एक खेत में दूर से देखा था.
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जब करीब से जाकर देखा तो पता चला कि कार में दो शव थे. पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. बेटे की नशे की लत के कारण दंपत्ति की बहू और आठ वर्षीय पोती घर से बाहर चले गए थे।