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निपाह वायरस: केरल में 11 लोगों में लक्षण मिलने से प्रशासन अलर्ट पर, 251 को आइसोलेट किया गया

केरल के कोझिकोड में निपाह वायरस के मामले आने से चिंता बढ़ गई है. कई लोगों में लक्षण पाए गए हैं, जिसके बाद अब प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट पर है.

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निपाह वायरस से हुए बच्चे की मौत के बाद अलर्ट (PTI)
निपाह वायरस से हुए बच्चे की मौत के बाद अलर्ट (PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • केरल में निपाह वायरस का खतरा बढ़ा
  • कोझिकोड में 11 अन्य लोगों में लक्षण

कोरोना वायरस की ताजा लहर से जूझ रहे केरल के सामने एक और चुनौती आ गई है. यहां कोझिकोड में एक 12 साल के बच्चे की निपाह वायरस की चपेट में आने के बाद मौत हो गई है. अब जिले के अन्य कुछ लोगों में इस वायरस के लक्षण दिखाई दिए हैं, जिसके बाद प्रशासन ने अलग-अलग कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. 

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सैंपल्स की हो रही है जांच, हाई रिस्क पर नज़र

कोझिकोड इलाके में ही करीब 11 लोगों में निपाह वायरस के लक्षण मिले हैं. केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक, कुल 8 हाई रिस्क कॉन्टेक्ट्स को पुणे की लैब में सैंपल के लिए भेजा गया है. राहत की बात ये है कि बच्चे के पिता, संपर्क में आने वाले हेल्थ वर्कर के सैंपल निगेटिव आए हैं. 

केरल के कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में सैंपल टेस्टिंग करके निपाह वायरस को लेकर जांच की जा रही है. करीब 48 हाईरिस्क कॉन्टेक्ट्स को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है. इनमें से 31 कोझिकोड से हैं, जबकि बाकी वायनाड, मल्लपुरम और पल्लकड़ से हैं. 

जिस बच्चे की मौत हुई, उसकी कॉन्टेक्ट लिस्ट में करीब 251 लोग थे जिन्हें आइसोलेट कर दिया गया. इनमें से 129 तो हेल्थवर्कर ही हैं. मेडिकल टीम लगातार लोगों पर नज़र बनाए हुए हैं, तो वहीं एनिमल हस्बेंड्री टीम भी आसपास के पेड़, इलाकों को देख रही है. यहां जहां चमगादड़ आने की संभावना है, वहां से सैंपल कलेक्ट किए जा रहे हैं. 

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कर्नाटक भी सतर्क हुआ

केरल से सटे कर्नाटक ने निपाह वायरस को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. यहां केरल बॉर्डर को सील किया जा रहा है, बॉर्डर इलाके में वैक्सीनेशन-टेस्टिंग को बढ़ाया गया है. सरकार का कहना है कि एक्सपर्ट्स से राय ली जा रही है, उनकी सलाह पर ही एक्शन लिया जाएगा. 

केंद्र सरकार की ओर से भी केरल सरकार को निपाह वायरस के मद्देनज़र सतर्क रहने को कहा है. केंद्र की ओर से राज्य सरकार को चिट्ठी लिखी गई है जिसमें कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, अस्पतालों की तैयारी पर बात की गई है. केंद्र की ओर से पहले ही एक टीम को कोझिकोड भेजा गया है, जिसने अपनी शुरुआती रिपोर्ट दी है. 


 

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