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केरल में है एक ऐसा मंदिर, जहां भगवान को चढ़ाई जाती है चॉकलेट

केरल के अलाप्पुझा में केममोथ श्री सुब्रमण्य मंदिर में भगवान को चॉकलेट चढ़ाई जाती है. यह प्रथा लगभग एक दशक पहले शुरू की गई थी. कहा जाता है कि सबसे पहले यहां एक छोटे लड़के ने भगवान को चॉकलेट चढ़ाई थी.

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केरल का ये अनोखा मंदिर
केरल का ये अनोखा मंदिर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कुछ लोग अपने वजन के बराबर भी चॉकलेट चढ़ाते हैं
  • 300 साल पुराना है केरल का यह मंदिर

केरल के अलाप्पुझा में केममोथ श्री सुब्रमण्य मंदिर में भगवान को चॉकलेट चढ़ाई जाती है. यह प्रथा लगभग एक दशक पहले शुरू की गई थी. कहा जाता है कि सबसे पहले यहां एक छोटे लड़के ने भगवान को चॉकलेट चढ़ाई थी. अब लोग फूल, चंदन, फल आदि की जगह भगवान को चॉकलेट चढ़ाते हैं. मंदिर में प्रार्थना पूरी होने पर चॉकलेट चढ़ाना यहां का प्रमुख अनुष्ठान है. कुछ लोग अपने वजन के बराबर भी चॉकलेट चढ़ाते हैं.

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कई बार हिंदू धर्म अपने इतिहास और पारंपरिक मूल्यों से जुड़ा होता है. केरल के अलाप्पुझा में मंदिर में प्रसाद के रूप में चॉकलेट दी जाती है. यह सब तब शुरू हुआ, जब एक छोटे लड़के ने मंदिर के गर्भगृह के पास चॉकलेट चढ़ाई और गायब हो गया. गायब कैसे हुआ, यह आज तक कोई नहीं जानता. यह कहानी जंगल में आग की तरह फैल गई और जल्द ही वहां चॉकलेट चढ़ाने की प्रथा शुरू हो गई. 

भक्तों को विश्वास है कि चॉकलेट चढ़ाने से मन्नत पूरी होती है. यहां के मुरुगन को अब 'मंच मुरुगन' के नाम से जाना जाता है. मंदिर में कई अनुष्ठान किए जाते हैं. मंच पैकेट में या चॉकलेट के रूप में लाया जाता है. इसको लेकर एक सवाल किया जाता है कि चॉकलेट क्यों नहीं? मुझे पसंद है तो प्रभु को क्यों नहीं पसंद है? यह मंदिर 300 साल पुराना है. इस प्राचीन मंदिर में दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रहती है.

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रिपोर्ट: Rickson ommen

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