कोझिकोड ट्रेन फायर मामले में बड़ अपडेट सामने आया है. इस मामले की जांच अब NIA को दी जा सकती है. गृह मंत्रालय जल्दी ही एंजेसी को जांच सौंप सकती है. NIA कोझिकोड में हुए ट्रेन में अग्निकांड मामले में टेरर एंगल की जांच करेगा. इसके लिए जांच एजेंसी की टीम स्पॉट का पहले ही दौरा कर चुकी है. कोझिकोड ट्रेन अग्निकांड का मामला 2 अप्रैस को सामने आया था. ट्रेन कन्नूर जा रही थी. इस हमले में 3 लोगों की मौत हो गई है और मुख्य आरोपी शाहरुख सैफी नाम के शख्स को गिरफ्तार भी किया गया है.
स्लीपर सेल के टच में था शाहरुख?
सूत्रों के मुताबिक आरोपी शाहरुख सैफी ऑनलाइन जेहादी लिटरेचर पड़ता था. ये जेहादी लिटरेचर ISIS से जुड़े हैं. एजेंसियों को शक है कि शाहरुख सैफी के संपर्क में कई लोग थे. उसको ट्रेन में आग लगाने के लिए निर्देश मिल रहे थे. जाँच एजेंसियों को यह भी शक है कि शाहरुख सैफी दिल्ली से केरल तक स्लीपर सेल की मदद से पूरी घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचा था. इस दौरान वह लगातार कुछ संदिग्ध के संपर्क में था, जिससे उसको निर्देश मिल रहे थे.
आरोपी ने कबूला है जुर्म
आरोपी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. कोझिकोड की न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को मुख्य आरोपी शाहरुख सैफी को 11 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है. उसे चलती ट्रेन से भागने के प्रयास के दौरान लगी चोटों के इलाज के बाद मेडिकल कॉलेज से छुट्टी दे दी गई थी. इससे पहले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) ने आरोपी को हिरासत में लिया था, जिसे आगे की पूछताछ के लिए भारी पुलिस सुरक्षा में अदालत में पेश किया गया था. केरल के एडीजीपी अजित कुमार के मुताबिक, आरोपी शाहरुख सैफी अपना जुर्म कबूल कर लिया है. घटनास्थल से मिला बैग उसी का है. वह अब फिजिकली फिट है. आगे की जांच की जा रही है.
31 मार्च की सुबह हुई थी परिवार से आखिरी बातचीत
उधर, शाहरुख के परिवार ने बताया था कि शाहरुख से आखिरी बातचीत 31 मार्च की सुबह हुई थी. उसके बाद से उसका कोई पता नहीं चल रहा था. शाहरुथ के पिता 46 वर्षीय फखरुद्दीन ने 2 अप्रैल की सुबह शाहीन बाग थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी.उन्होंने बताया था कि केरल और दिल्ली पुलिस ने शाहीन बाग स्थित उनके घर में शाहरुख के कमरे की तलाशी भी ली थी. बता दें कि, 2 अप्रैल की रात को कोझिकोड में एलाथुर के पास कोरापुझा पुल पर ट्रेन पहुंचने पर संदिग्ध ने यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी. जिससे नौ लोग झुलस गए. जिनमें से तीन की मौत हो गई थी. वहीं घायलों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है.