राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की रडार पर खालिस्तानी संगठन और उससे जुड़े एनजीओ आ गए हैं. सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने खालिस्तानी संगठन और इनके द्वारा किए जाने वाले एनजीओ की फंडिंग की लिस्ट तैयार की है. भारत में मौजूद इन एनजीओ में खालिस्तानी संगठन टेरर फंडिंग करके आतंक फैलाने की फिराक में हैं.
सबसे पहले इंडिया टुडे और आजतक ने 17 दिसंबर को ये जानकारी दी थी कि कैसे विदेश में मौजूद खालिस्तानी संगठन भारत में फंडिंग करने में लगे हुए हैं, जिस पर गृह मंत्रालय ने बड़ा क्रैक डाउन करने का प्लान तैयार किया है. सूत्रों के मुताबिक हाल ही में ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका में खालिस्तान समर्थको ने किसान आंदोलन को लेकर कई जगहों पर प्रोटेस्ट किया था.
सूत्रों का कहना है कि अलग-अलग देशों में हुए इस किसान प्रोटेस्ट में SFJ(सिख फ़ॉर जस्टिस), खालिस्तान ज़िन्दाबाद फ़ोर्स, बब्बर खालसा इंटरनेशनल और खालिस्तान टाइगर फोर्स जैसे संगठन शामिल थे. भारत में इन खालिस्तानी संगठनों से कई एनजीओ में पैसे पहुंचे हैं, जिसकी जांच एनआईए, ईडी, आयकर और दूसरी जांच एजेंसियां करेंगी.
सूत्रों के मुताबिक, गृह मंत्रालय में 12 दिसंबर को एनआईए, ईडी, आयकर, सीबीआई और FCRA डिवीजन के अधिकारियों की एक बड़ी बैठक हुई थी, उसके बाद ये प्लान तैयार हुआ है कि SFJ, बब्बर खालसा इंटरनेशनल,खालिस्तान ज़िन्दाबाद फ़ोर्स, खालिस्तान टाइगर फ़ोर्स पर शिकंजा कसने और विदेशी फंडिंग को खंगाला जाएगा.
ब्रिटेन, कनाडा, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस और जर्मनी से होने वाली विदेशी फंडिंग को खंगाला जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, जैसे कश्मीर में अलगाववादी संगठनों और आतंकी संगठनों पर कार्रवाई हुई है. उसी तर्ज पर खालिस्तानी संगठनों और इससे जुड़े एनजीओ और खालिस्तानी आतंकियों पर कार्रवाई होगी.
सूत्रों ने कहा कि एनआईए ने गुर पतवंत सिंह पुन्नम, परमजीत सिंह पम्मा, हरदीप सिंह निज़्ज़र जैसे ख़ालिस्तानी आतंकियो की भारत में मौजूद प्रॉपर्टी की लिस्ट तैयार की. इनकी संपत्तियों को एनआईए जब्त करेगी.