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'वे आतंकवादी नहीं... सुरक्षा बल सीधे गोली मार नहीं सकते', मणिपुर हिंसा पर बोले किरण रिजिजू

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि सरकार की ओर से कुकी और मैतेई दोनों समुदाय के लोगों को अपील की गई थी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. उन्होंने कहा कि वे आतंकवादी नहीं हैं, सुरक्षा बल उन्हें सीधे गोली नहीं मार सकते हैं.

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केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू (फाइल फोटो)
केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू (फाइल फोटो)

मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर लगातार हमलावर है. इसको लेकर कांग्रेस की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. इस पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण में सरकार पर आरोप लगाया कि आपने मणिपुर के दो टुकड़े कर दिए हैं. राहुल के बयान को लेकर बीजेपी लगातार कांग्रेस पर हमलावर है. आज केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि मणिपुर में दो समुदाय आतंकवादी नहीं हैं, सुरक्षा बल उन्हें सीधे गोली नहीं मार सकते हैं.  

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किरण रिजिजू ने कहा कि सरकार की ओर से कुकी और मैतेई दोनों समुदाय के लोगों को अपील की गई थी, लेकिन उन्होंने नहीं सुनी. उनके बीच मतभेद बहुत पुराने हैं, लेकिन अब हमल कोशिश कर रहे हैं कि शांति बहाल की जाए.  

मणिपुर हिंसा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए: रिजीजू

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हिंसा की घटना कम हुई हैं, लेकिन दो समुदायों के बीच गैप काफी बढ़ गया है. सुरक्षा बल सीधे गोली नहीं मार सकते हैं क्योंकि दो समुदाय आतंकवादी नहीं हैं. हम उन्हें समझा सकते हैं, समझा रहे हैं. मणिपुर हिंसा पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.  

राहुल ने मोदी सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

बता दें कि बुधवार को राहुल गांधी ने संसद में मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि आपने मणिपुर में भारत माता की हत्या की है. राहुल ने कहा कि आज की सच्चाई ये है कि मणिपुर नहीं बचा है. आपने मणिपुर को दो भाग में बांट दिया है, मणिपुर में हिंदुस्तान की हत्या हुई है. राहुल गांधी ने कहा कि आप मणिपुर में भारत माता के रखवाले नहीं, हत्यारे हो. आप देशभक्त नहीं हो. आप देशद्रोही हो. राहुल गांधी ने कहा कि मैं मणिपुर के एक रिलीफ कैंप गया था. 

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स्मृति ईरानी ने दिए जवाब

वहीं राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि इनका इतिहास खून से सना है. जिन लोगों की हत्या हुई, वे इन लोगों को न्याय के कटघरे में नहीं ला सके. इसलिए मैं उनका जिक्र सदन में कर रही हूं. ये लोग चाहते हैं कि मणिपुर पर चर्चा हो. हमारे नेताओं ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं. भागे ये, हम नहीं. भागने के पीछे कारण क्या, गृह मंत्री जब बोलने लगेंगे. ये लोग मौन साध लेंगे. 
 

 

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