
मशहूर सिंगर केके के निधन ने पूरे देश को अंदर तक झकझोर दिया है. जो सिंगर लगातार बड़े-बड़े कॉन्सर्ट कर रहा था, सोशल मीडिया पर सक्रिय दिख रहा था, उसकी यूं आकस्मिक मौत ने सभी को हैरत में डाल दिया है. कोई इसे हॉर्ट अटैक बता रहा है तो कोई प्रशासन पर ही लापरवाही का आरोप लगा रहा है. अब बंगाल बीजेपी नेता दिलीप घोष ने भी इस मामले में ममता सरकार पर निशाना साधा है.
उनकी नजरों में राज्य सरकार सेलेब्स को पुख्ता सुरक्षा भी मुहैया नहीं करवा पा रही है. वे कहते हैं कि मिसमैनेजमेंट की वजह से ही ऐसी परिस्थिति पैदा होती है. ये राज्य की जिम्मेदारी होती है कि वो तमाम सेलेब्स को सही तरीके से सुरक्षा प्रदान करे. लेकिन ममता सरकार इस मामले में पूरी तरह फेल रही है. दिलीप घोष ने इस बात पर भी नाराजगी जताई कि केके के कॉन्सर्ट में जरूरत से ज्यादा भीड़ हो गई थी और वहां एसी भी नहीं चल रहा था.
इस बारे में उन्होंने कहा कि दोगुने से भी ज्यादा लोग वहां मौजूद थे. एसी काम नहीं कर रहा था. लाइट बहुत ज्यादा तेज थी. केके ने कहा भी था कि लाइट हल्की कर दो. लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी. आप खुद सोचिए उस हॉल में कैसा हाल होगा जब इतनी भीड़ के बीच में एसी भी काम नहीं कर रहा हो. मुझे नहीं पता अगर केके इस वजह से बीमार पड़े और उनकी मौत हुई. लेकिन ये साफ है कि सरकार का परिस्थिति पर कोई कंट्रोल नहीं है. बीजेपी नेता ने मांग की है कि इस घटना की विस्तृत जांच होनी चाहिए और समझने का प्रयास रहना चाहिए कि आखिर कैसे केके की यूं आकस्मिक मौत हुई.
वैसे इससे पहले बीजेपी नेता सामिक भट्टाचार्य ने भी इस मामले में ममता सरकार को जिम्मेदार माना था और एक निष्पक्ष जांच की मांग उठाई थी. लेकिन टीएमसी इसे गंदी राजनीति बता रही है. उनकी नजरों में केके के जाने से हर कोई दुखी है. लेकिन बीजेपी को अपनी गिद्ध वाली राजनीति बंद करनी चाहिए.