
कोरोना वायरस के खिलाफ जारी लड़ाई में देश में वैक्सीनेशन का काम तेजी से चल रहा है. इसी बीच सोमवार को केंद्र सरकार की ओर से सभी राज्य और केंद्र शासित सरकारों को अहम निर्देश भेजा गया. केंद्र सरकार के निर्देश के अनुसार अब कोविशील्ड वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज़ के बीच के अंतर को बढ़ाने का फैसला लिया गया है. मौजूदा वक्त में पहली और दूसरी डोज़ के बीच का अंतर 28 दिन का है. यानी अब एक से दूसरी डोज़ के बीच का अंतर एक महीने से बढ़ाकर लगभग दो महीने कर दिया गया है. केंद्र के निर्देश के अनुसार, कोविशील्ड की पहली और दूसरी डोज़ के बीच अब कम से कम 6 से 8 हफ्ते का अंतर होना चाहिए.
कोविशील्ड, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का AZD1222 संस्करण है, जो कि ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सहयोग से एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित वैक्सीन है. AZD122 के ग्लोबल टेस्टिंग के कुछ आंकड़ों से पता चलता है कि दोनों खुराक के बीच की अवधि को 12 सप्ताह तक बढ़ाने से वैक्सीन का प्रभाव बहुत अधिक बढ़ गया. दूसरी ओर, सोमवार को अमेरिका, पेरू और चिली में ट्रायल्स के अंतरिम निष्कर्षों से पता चला है कि दूसरा टीका पहली खुराक के चार सप्ताह बाद लगाए जाने पर भी लगभग 79% तक प्रभावशाली है.
12 हफ्ते पर वैक्सीन का प्रभाव बढ़कर 79 फीसदी हुआ
अंग्रेजी के अखबार इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक AZD1222 की इफिशिएंसी 6 हफ्ते से कम समय में दूसरा डोज देने पर तकरीबन 54.9% थी. यह विश्लेषण यूके, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में तीसरे फेज की टेस्टिंग के दौरान किया गया था. ऐसे में जब दोनों डोज के बीच के गैप को बढ़ाकर 6-8 हफ्ते किया गया तो वैक्सीन का प्रभाव बढ़कर 59.9 फीसदी हो गया. लेकिन जब 9-11 हफ्तों के अंतराल पर परीक्षण किया गया तो ये आंकड़ा 63.7 फीसदी था. वहीं 12 हफ्ते करने पर वैक्सीन का प्रभाव बढ़कर 79 फीसदी तक दर्ज किया गया. ख़ास बात यह थी कि गंभीर मामलों में वैक्सीन का प्रभाव 100 फीसदी तक दर्ज किया गया.
16 जनवरी से शुरू हुआ वैक्सीनेशन
भारत में कोरोना वैक्सीनेशन का मिशन 16 जनवरी से शुरू हुआ था, वहीं दूसरा फेज़ 1 मार्च से शुरू हुआ था. अभी तक देश में साढ़े चार करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन के डोज़ दिए जा चुके हैं. अभी स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना वॉरियर्स के अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों, 45 वर्ष से अधिक उम्र वाले (गंभीर बीमारी से ग्रसित) लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है.
आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक देश में कोरोना वैक्सीन की 4.86 करोड़ पहली डोज दी गई है जबकि करीब 77 लाख से ज्यादा लोग दूसरी डोज भी ले चुके हैं. गौरतलब है कि वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन होने के बाद सेंटर से ही डोज की तारीख दी जाती है, पहली डोज मिलने के बाद उसी वक्त दूसरी डोज़ का वक्त भी तय कर लिया जाता है.