केरल के कोच्चि (Kochi) शहर में कूड़े के पहाड़ पर आग लगने की वजह से लोगों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. 11 दिन पहले ब्रह्मपुरम कचरे के ढेर (Brahmapuram Garbage Dump) में लगी आग की वजह से आसपास जहरीला धुआं फैल गया है, जिसकी वजह से राज्य की वाणिज्यिक राजधानी में लोग जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. आग पर काबू पाने के लिए केरल सरकार ने रविवार को न्यूयॉर्क के अग्निशमन विभाग से सलाह मांगी है.
जारी हैं कोशिशें
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष और एर्नाकुलम के जिला कलेक्टर एन. एस. के. उमेश ने बताया कि अधिकारियों ने इस संकट के बारे में न्यूयॉर्क शहर के अग्निशमन विभाग के उप प्रमुख, जॉर्ज हीली के साथ एक वर्चुअल चर्चा की. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उन्होंने कहा कि डंपिग यार्ड में 95 फीसदी आग बुझाई जा सकती है. एक अधिकारी ने बताया कि यार्ड के पांच सेक्टरों में आग बुझाई जा सकती है और अन्य दो सेक्टरों में आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं.
बैठक में मिले ये सुझाव
जिला कलेक्टर के मुताबिक, बैठक के दौरान यह सुझाव दिया गया कि जिन क्षेत्रों में आग कम हो गई है वहां फिर से लपटें उठने की संभावना बहुत अधिक है, इसलिए वहां लगातार नजर रखी जानी चाहिए. अधिकारियों ने बताया कि आग बुझाने में कई व्यावहारिक कठिनाइयां भी आ रही हैं. बैठक के दौरान हीली ने यह भी सुझाव दिया कि जहां आग बुझाई गई है, वहां फिर से कचरा नहीं फेंकना चाहिए. उन्होंने कहा कि थर्मल (इन्फ्रारेड) कैमरों से लैस ड्रोन का इस्तेमाल कर कचरे में सुलग रही आग का पता लगाया जा सकता है.
सरकार को हाईकोर्ट की फटकार
ब्रह्मपुरम और इसके आसपास के इलाकों में हवा और पानी की गुणवत्ता पर लगातार नजर रखी जा रही है. इससे पहले केरल उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार और सीपीआई (एम) शासित कोच्चि नगर निगम को डंपिग यार्ड की आग पर काबू पाने में विफल रहने के लिए फटकार लगाई थी. हाईकोर्ट ने सुलगते कचरे के मैदान की स्थिति की समीक्षा करने और कोच्चि में अपशिष्ट प्रबंधन के लिए दीर्घकालिक उपाय सुझाने के लिए एक छह सदस्यीय समिति का गठन किया था.
लोगों की परेशानी बढ़ी
इस बीच, जिला कलेक्ट्रेट के अधिकारियों बताया है कि कि यार्ड में धुआं कम हो रहा है, लेकिन दलदली भूमि में कचरे के ढेर अभी भी सुलग रहे हैं. अग्निशमन इकाइयां चौबीस घंटे शिफ्ट में काम कर रही हैं. हालांकि डंपिंग ग्राउंड के दलदल वाले क्षेत्र में दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंच सकीं है और ऐसे इलाकों में पानी की बौछार की जा रही है. कोच्चि में एक बड़े स्वास्थ्य खतरे को रोकने में विफल रही राज्य सरकार की हर तरफ आलोचना भी हो रही है. सरकार ने लोगों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है.