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'मुझसे कुछ भी उम्मीद न करें', प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर भड़कीं आरजी कर अस्पताल की नई प्रिंसिपल

सुहृता पाल ने गुरुवार को कहा, 'मुझे कुछ ऑफिशियल काम करने के लिए एक घंटा चाहिए. आपको मुझ पर विश्वास करना होगा, मैं नहीं जाऊंगी. आपको मुझ पर भरोसा करना होगा. अगर आप मुझ पर भरोसा नहीं कर सकते तो मुझसे कुछ भी उम्मीद न करें.'

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आरजी कर अस्पताल पर प्रदर्शन की फाइल फोटो (PTI)
आरजी कर अस्पताल पर प्रदर्शन की फाइल फोटो (PTI)

तीन दिन के प्रदर्शन और बीती रात को हुई तोड़फोड़ के बाद कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की नई प्रिंसिपल सुहृता पाल गुरुवार को छात्रों पर भड़क गईं. प्रदर्शनकारी डॉक्टर आधी रात को भीड़ के हमले के संबंध में तत्काल कार्रवाई करने और छात्रों की मांगों को पूरा करने की मांग कर रहे थे. जवाब में सुहृता पाल ने कहा, 'अगर आप मुझ पर एक घंटे के लिए भी भरोसा नहीं कर सकते तो मुझे भी घर भेज दीजिए.'

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संदर्भ दरअसल उनके पूर्ववर्ती संदीप घोष की ओर था, जिन्हें कलकत्ता हाई कोर्ट ने लंबी छुट्टी पर भेज दिया है. संदीप घोष के इस्तीफे के 12 घंटे से भी कम समय के बाद उनकी नई पोस्टिंग से छात्रों में काफी नाराजगी थी.

'आपको मुझ पर भरोसा करना होगा'

सुहृता पाल ने गुरुवार को कहा, 'मुझे कुछ ऑफिशियल काम करने के लिए एक घंटा चाहिए. आपको मुझ पर विश्वास करना होगा, मैं नहीं जाऊंगी. आपको मुझ पर भरोसा करना होगा. अगर आप मुझ पर भरोसा नहीं कर सकते तो मुझसे कुछ भी उम्मीद न करें.'

लंबी छुट्टी पर भेजे गए संदीप घोष

सुहृता घोष राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थीं. उन्हें संदीप घोष के इस्तीफे के बाद इस पद पर नियुक्त किया गया है. संदीप घोष ने जिस दिन आरजी कर मेडिकल कॉलेज से इस्तीफा दिया, उसी दिन उन्हें शहर के टॉप मेडिकल कॉलेज- नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल- का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया गया. सरकारी अधिसूचना में कहा गया कि दोनों नियुक्तियां तत्काल प्रभाव से लागू होंगी. 

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घोष को नेशनल मेडिकल कॉलेज के छात्रों ने प्रिंसिपल के कमरे में घुसने नहीं दिया. छात्र उनकी नियुक्ति की घोषणा के तुरंत बाद विरोध प्रदर्शन पर चले गए. इसके एक दिन बाद हाई कोर्ट ने उन्हें लंबी छुट्टी पर जाने का आदेश दे दिया.

तोड़फोड़ मामले में अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार

इस बीच, आरजी कर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा. अदालत के आदेश के बाद मामले की जांच सीबीआई ने अपने हाथों में ले ली है. 14-15 अगस्त की रात को विरोध प्रदर्शन के बीच अज्ञात लोगों की भीड़ ने अस्पताल को निशाना बनाया और कैंपस के भीतर घुसकर तोड़फोड़ की. भीड़ ने वाहनों और पुलिस पर हमला किया जिसमें करीब 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 

छात्रों ने अस्पताल प्रशासन पर एक बार फिर सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है. मामले में गुरुवार शाम को तीन और आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, लिहाजा पुलिस ने अबतक 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को अदालत में पेश किया गया और 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. उधर, इन बड़े घटनाक्रमों के बीच, IMA ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है.

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