कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर के पिता ने मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष को लेकर कहा कि हमारी उनसे अभी तक कोई बात नहीं हुई है. जिस दिन ये घटना हुई, उन्होंने हमें बुलाया था, लेकिन छात्रों ने हमें वहां जाने से मना कर दिया. हालांकि संदीप घोष घटनास्थल पर आए थे, लेकिन हमने उनसे बात नहीं की.
सीबीआई जांच को लेकर पीड़िता के पिता ने कहा कि CBI देश की सबसे बड़ी एजेंसियों में से एक है, लेकिन जब से उन्होंने इस केस को अपने हाथ में लिया है, तब से 10 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पिछले 10 दिनों में अब तक कोई ठोस परिणाम नहीं आया है. उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि वे जल्द से जल्द कार्रवाई करें और सख्त सजा दें.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की अनियमितताओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे, तो उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो हम दरवाजा खटखटाएंगे, लेकिन हमने अभी तक इस बारे में कोई फैसला नहीं किया है.
वहीं, रेप-मर्डर के आरोपी संजय रॉय की मां से आजतक ने बातचीत की और जाना कि इस वक्त वह कैसा महसूस कर रही हैं. आरोपी संजय की मां ने आजतक बांग्ला को दिए इंटरव्यू में कहा कि इस वक्त मैं हालात से निपटने की कोशिश कर रही हूं. मुझे नहीं पता कि अदालत में अपील कैसे करनी है. मैं अकेली हूं. अगर मैं उससे (संजय) मिलूंगी तो पूछूंगी कि बाबू तुमने ऐसा क्यों किया? मुझे नहीं पता कि उसे ऐसा करने के लिए किसने प्रभावित किया. मेरा बेटा कभी ऐसा नहीं था. अगर किसी ने उसे फंसाया है, तो उस व्यक्ति को सजा मिलेगी. अगर उसने ऐसा किया है तो भगवान उसे सजा देंगे.'
इस केस में सीबीआई संदीप घोष से पूछताछ कर चुकी है. मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष पर शक इसलिए हो रहा है, क्योंकि आरोप लगा है कि केस का मुख्य आरोपी संजय रॉय दरअसल संदीप घोष का बाउंसर बनकर घूमता था. वहीं, सीबीआई इस मामले में संदीप घोष द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली SUV की जांच भी कर चुकी है. CBI ने संदीप घोष के पॉलीग्राफ टेस्ट की इजाजत कोर्ट से हासिल कर ली है. साथ ही सीबीआई उन 4 डॉक्टरों का भी पॉलीग्राफ टेस्ट करेगी, जिन्होंने 8 अगस्त को महिला डॉक्टर के साथ ही डिनर किया था. दरअसल, सबका पॉलीग्राफ टेस्ट कराके सीबीआई ये जांचना चाहती है कि जो बयान इन लोगों ने दिए, वो सही हैं या नहीं.