Kuno National Park: मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा (Female Cheetah Sasha) की सेहत में अब तेजी से सुधार आया है. बीमार साशा को बड़े बाड़े से दोबारा छोटे बाड़े में शिफ्ट कर डॉक्टरों की सतत मॉनिटरिंग के बीच उसका इलाज किया जा रहा है. बीमार मादा चीता साशा किडनी के संक्रमण से पीड़ित है.
कूनो नेशनल पार्क के बड़े बाड़े में बने कंपार्टमेंट नंबर 5-में दो मादा चीता सवाना और सियाया के साथ रही रही मादा चीता साशा के गत 22-23 जनवरी को बीमार होने के लक्षण पता चले थे. इसके बाद उसे बड़े बाड़े से छोटे बाड़े में शिफ्ट किया गया. साशा खाना नहीं खा रही थी और सुस्त रह रही थी. इसके बाद कूनो नेशनल पार्क में मौजूद तीन डॉक्टर और भोपाल से पहुंची डॉक्टरों ने उसकी जांच की तो मादा चीता की किडनी में इंफेक्शन पाया गया.
भोपाल के वन विहार से कूनो पहुंची मेडिकल टीम अब लौट गई है. लेकिन साशा की जांच रिपोर्ट के आधार पर दुनिया में चीतों के सबसे बड़े विशेषज्ञ डॉ. एड्रियन टोरडीफ (Adrian Tordiffe) के परामर्श से इलाज चल रहा है. इसके अलावा नामाबिया के डॉक्टरों से भी सलाह ली जा रही है. फिलहाल डॉक्टर और एक्सपर्ट के मुताबिक, साशा की सेहत में अब पहले की अपेक्षा तेजी से सुधार होने की कही जा रही है.
साशा अब पहले से ठीक: DFO
कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा ने Aajtak को फोन कॉल पर बताया, साशा को छोटे बाड़े में ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. भोपाल से आई टीम अब वापस लौट गई है. डॉक्टर और विशेषज्ञ साशा की सेहत को लेकर निगरानी कर रही है. बीमार मादा चीता साशा की सेहत अब पहले से ठीक है.
17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए थे चीते
बता दें कि पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर नामीबिया से लाए गए 8 चीतों (5 मादा और 3 नर) को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था. सभी 8 चीते बीते चार माह में अपने नए घर कूनो में सर्वाइव भी कर कर रहे हैं. सभी चीते अब पूरी तरह फिट होकर शिकार भी कर रहे थे, इसी बीच 22 जनवरी को इनमें से एक मादा चीता साशा बीमार हो गई है. जिसका अब इलाज़ जारी है और उसकी सेहत में सुधार हो रहा है.