देश के 2 अलग-अलग राज्यों से हैरान करने वाली 2 घटनाएं सामने आई हैं. पहली घटना दिल्ली से सटे हरियाणा तो दूसरी घटना महाराष्ट्र में हुई. दोनों घटनाओं में एक बात कॉमन है, वो ये कि बीफ के शक पर भीड़ ने क्रूरता की हदें पार कर दीं. एक तरफ भीड़ ने पीड़ित को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई, जबकि दूसरी घटना में भीड़ ने बुजुर्ग के साथ मारपीट की. दोनों घटनाओं में पुलिस एक्टिव हुई. हरियाणा में जहां पुलिस ने 5 आरोपियों को अरेस्ट किया है, और 2 नाबालिगों को पकड़ा है, उधर, महाराष्ट्र के धुले में आरोपियों को हिरासत में लिया गया है.
सबसे पहले बात करते हैं हरियाणा की. चुनावी राज्य हरियाणा के चरखी-दादरी जिले में पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि गौरक्षक समूह के लोगों ने बीफ खाने के शक में पीड़ित को जमकर पीटा. हालांकि इस मामले में पुलिस ने गौरक्षक समूह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साथ ही 2 नाबालिग आरोपी भी पकड़े गए हैं.
चरखी-दादरी की घटना पर क्या बोले सीएम सैनी?
इस मामले में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का बयान भी सामने आ गया है. उन्होंने 27 अगस्त की इस घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया. उन्होंने कहा कि हमने गौमाता की सुरक्षा के लिए कड़ा कानून बनाया है. इसके लिए कोई समझौता नहीं है. लोगों के मन में गौमाता के लिए आस्था है. उनकी भावनाएं जुड़ी हुई हैं. जब ऐसी कोई सूचना आती है, तो गांव के लोग प्रतिक्रिया करते हैं. सीएम सैनी ने कहा कि मैं इस बात पर जोर देता हूं कि लिंचिंग की ऐसी घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं और नहीं होनी चाहिए.
हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या जैसी बातें कहना सही नहीं है.
पुलिस ने 5 आरोपियों को अरेस्ट किया, 2 नाबालिग भी पकड़े
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने बंगाल के रहने वाले 20 साल के साबिर मलिक पर बीफ खाने के शक में हमला किया था. पुलिस ने पांचों आरोपियों की पहचान अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल के रूप में की है. उन्होंन कहा कि घटना के दिन आरोपियों ने साबिर मलिक को खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने एक दुकान पर बुलाया और वहां उसकी पिटाई की. कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद सभी आरोपी मिलकर पीड़ित साबिर मलिक को दूसरी जगह ले गए और दोबारा उसके साथ मारपीट की. जिससे उसकी मौत हो गई.
आजीविका के लिए कचरा एकत्र करता था पीड़ित
पुलिस ने कहा कि साबिर मलिक चरखी दादरी जिले के बधरा गांव के पास एक झुग्गी में रहता था और आजीविका के लिए कचरा एकत्र करने का काम करता था. उन्होंने कहा कि सभी 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, इस केस में दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है. आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.
'कानून को हाथ में लेना ठीक नही'
इस मामले में हरियाणा के पूर्व मंत्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा में कानून सख्त बनाया गया है, ताकि बीफ का इस्तेमाल न हो. लेकिन कानून को हाथ में लेना ठीक नहीं है. वहीं, सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि बीजेपी द्वारा नफरत का जहर खोलने की वजह से ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, उन्होंने पूछा कि क्या इन आरोपियों के घर बुलडोजर चलवाने और आरोपियों के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में केस चलवाने का काम किया जाएगा.
महाराष्ट्र में बुजुर्ग से मारपीट
अब बात करते हैं महाराष्ट्र की घटना की. दरअसल, धुले एक्सप्रेस में बीफ ले जाने के शक में एक बुजुर्ग यात्री की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी. धुले में रहने वाले 72 वर्षीय बुजुर्ग अशरफ अली सय्यद हुसैन ने अपनी बेटी से मिलने के लिए जलगांव से कल्याण जाने के लिए धुले CSMT एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ी थी. यात्रा के दौरान सीट को लेकर उनका अन्य सहयात्रियों के साथ विवाद हो गया. इस घटना के संबंध में सहयात्रियों ने एक वीडियो बनाकर उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया.
पुलिस ने दर्ज किया पीड़ित का बयान
इसके बाद ठाणे रेलवे पुलिस ने शिकायतकर्ता की बेटी के घर जाकर पीड़ित का बयान दर्ज किया. उन्होंने बताया कि मेरे पास कुछ सामान था, लेकिन कुछ यात्रियों को शक हुआ कि सामान में बीफ है. लोगों ने दावा किया कि पीड़ित के पास मौजूद प्लास्टिक के डिब्बे में मांस जैसा कुछ था, लेकिन ये किसका था इसे लेकर उनसे पूछताछ शुरू कर दी. फिर उनके साथ गाली-गलौज की गई और कुछ युवकों ने उन्हें मारा भी और इसका वीडियो भी बनाया.
इन धाराओं में मामला दर्ज
ठाणे जीआरपी पुलिस ने शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर 5 से अधिक लोगों के खिलाफ बीएनएस की धारा 189(2), 191(2), 190, 126(2), 115(2), 324(4) (5), 351(2) (3) और 352 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों को हिरासत में ले लिया है. बुजुर्ग की पिटाई का मामला ठाणे जिले के कल्याण और इगतपुरी स्टेशन के बीच एक ट्रेन में सामने आया था.