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लखीमपुर खीरीः 'बेटे की करतूतों की सजा पिता को नहीं', अजय मिश्रा टेनी को हटाने के मूड में नहीं मोदी सरकार

लखीमपुर खीरी मामले पर बवाल के बीच सरकार गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को मंत्रीपद से हटाने के मूड में नहीं है.

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अजय मिश्रा टेनी (फाइल फोटो)
अजय मिश्रा टेनी (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • संसद और यूपी विधानसभा में अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग तेज हो रही है
  • अजय मिश्रा टेनी को मंत्रीपद से नहीं हटाएगी सरकार

लखीमपुर खीरी (Lakhimpur kheri) मामले पर SIT रिपोर्ट आने के बाद विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं. गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay mishra) का इस्तीफा मांगा जा रहा है. लेकिन सरकार इसके मूड में नहीं दिख रही. सूत्रों की मानें तो बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि बेटे की करतूतों की सजा पिता को नहीं दी जा सकती.

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बता दें कि लखीमपुर में किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के मामले में अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा का नाम आया था. फिलहाल आशीष मिश्रा जेल में हैं.

सूत्रों के हवाले से खबर है कि बीजेपी नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में नहीं है. मतलब अजय मिश्रा को केंद्रीय मंत्रिपरिषद से नहीं हटाया जाएगा. बीजेपी नेतृत्व का मानना है कि एसआईटी की रिपोर्ट अंतिम नहीं है और अदालत में भी मामले की सुनवाई चल रही है. नेतृत्व का मानना है कि बेटे की करतूतों की सजा पिता को नहीं दी जा सकती.

हालांकि, पत्रकारों के साथ अजय मिश्रा के बर्ताव को गलत माना गया है. उन्हें हिदायत दी गई है कि आगे से ऐसी घटना ना हो. बता दें कि अजय मिश्रा का वीडियो सामने आया था जिसमें वह सवाल कर रहे पत्रकार पर भड़क गए थे, वीडियो में वह गाली देते भी सुनाई दिए.

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पीछे के गेट से ऑफिस पहुंचे केंद्रीय मंत्री

लखीमपुर हिंसा और पत्रकारों को गाली देने पर बुरी तरह घिर चुके केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी नॉर्थ ब्लॉक स्थित अपने ऑफिस पहुंच गए हैं. अजय मिश्रा पीछे के गेट से अपने दफ्तर पहुंचे हैं. ऑफिस में केंद्रीय मंत्री अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं.

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले पर संसद के साथ-साथ यूपी की विधानसभा में हंगामा है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा में कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी क्रिमिनल हैं, जिनको तुरंत हटाया जाना चाहिए. यूपी विधानसभा में भी सपा-कांग्रेस के सदस्यों ने यही मांग उठाई.

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