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लखीमपुर हिंसा के वीडियो पर घिरी योगी सरकार, पवार ने बताया- जलियांवाला कांड जैसा, JDU ने भी घेरा

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का गाड़ी से रौंदने वाला वीडियो सामने आने के बाद योगी सरकार घिर गई है. शरद पवार ने इस घटना की तुलना जलियांवाला बाग के कांड से की तो वहीं जेडीयू नेता केसी त्यागी ने इसे ब्रिटिश काल की याद दिलाने वाला बताया.

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लखीमपुर में हिंसा में चार किसानों समेत 8 की मौत हो गई थी (फाइल फोटो-PTI)
लखीमपुर में हिंसा में चार किसानों समेत 8 की मौत हो गई थी (फाइल फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रविवार को हुई थी लखीमपुर में हिंसा
  • शरद पवार, राउत ने सरकार को घेरा

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि कैसे एक गाड़ी प्रदर्शन कर रहे किसानों को जानबूझकर रौंदते हुए निकल रही है. इस घटना का वीडियो सामने आते ही अब सरकार भी घिर गई है. इस वीडियो को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने इसकी तुलना 'जलियांवाला कांड' से कर दी तो वहीं बीजेपी की ही सहयोगी जेडीयू ने भी सरकार को घेरते हुए कहा कि ये 'ब्रिटिश काल की याद' दिलाता है.

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पवार बोले- ये जलियांवाला कांड जैसा

इस मामले में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा, 'जलियांवाला बाग में जैसी स्थिति थी, वैसी ही आज यूपी में हो गई है. किसान ये भूलेगा नहीं. केंद्र सरकार को असंतोष का सामना करना पड़ेगा.' उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार के काफिले ने किसानों की हत्या की है. किसानों की हत्या के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार जिम्मेदार है. पवार ने इस घटना की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की कमेटी से करवाने की मांग की है. उन्होंने इस घटना को सत्ता का दुरुपयोग बताया है.

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केसी त्यागी बोले- ब्रिटिश काल की याद दिला दी

विरोधी तो विरोधी अब सहयोगी भी सरकार को घेरने लगे हैं. जेडीयू नेता केसी त्यागी ने सरकार को घेरते हुए कहा, 'जो वीडियो वायरल हो रहा है वो ब्रिटिश काल की याद दिलाता है. जब कानून व्यवस्था सिर्फ नाम मात्र की थी. केरल में जब पहली बार सोशलिस्ट सरकार बनी थी तब मजदूर आंदोलन में गोली चली थी तब जेपी ने मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांग लिया था.' उन्होंने कहा, 'मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ FIR दर्ज हुई है. मैं उम्मीद करता हूं कि जांच सही होगी. किसान संगठन चाहते थे कि राकेश टिकैत वहां आएं और प्रशासन से बात करें.' उन्होंने कहा कि किसान संगठन नहीं चाहते थे कि एसपी, बीएसपी या कांग्रेस के नेता यहां आकर इसे चुनावी रंगमंच बना दें.

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संजय राउत बोले- पीएम मोदी मौन क्यों हैं

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि 'बहुत दुखद घटना है. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई मौकों पर भावुक होते देखा है. लालकिले की हिंसा पर वो भावुक हुए थे. लेकिन अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले पर मौन क्यों हैं?' उन्होंने कहा, 'प्रियंका गांधी को रोककर सरकार ने गलत किया, वो इंदिरा गांधी की पोती हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के दो दुकड़े कर दिए थे. अगर यही घटना किसी और राज्य में हुई होती तो अब तक बीजेपी के लोग कोहराम मचा रहे होते.' संजय राउत ने ये भी कहा कि 'अगर कोई किसानों के दुखों में शरीक होना चाहता है तो सरकार उसको क्यों रोकना चाहती है? लोकतंत्र में ये अधिकार है सबको. किसी की भी आवाज उठाई, किसानों की आवाज उठाई तो उसको रोका क्यों जा रहा है?' 

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सुरजेवाला ने कहा, रौंदने का उत्सव मना रहे हैं?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को लखनऊ में थे. उनके दौरे पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'मोदी जी, क्या आजादी और सविंधान, दोनों को जीप के टायरों के तले रौंदने का उत्सव मनाने लखनऊ जा रहे हैं? या फिर मनीष गुप्ता के हत्यारों को ना पकड़े जाने का? हिम्मत है तो लखीमपुर खीरी जाएं, देश के गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करें, दोषियों को गिरफ़्तार करें. यही आज़ादी का धर्म है.'

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संजीव बालियान बोले- दोषियों पर कार्रवाई होगी

इस घटना पर बीजेपी सांसद संजीव बालियान ने कहा, 'जो घटना हुई है वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. जांच के आदेश दे दिए हैं जो भी दोषी हैं उन्हें सजा जरूर दी जाएगी. चाहे कोई भी हो, किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा. अजय मिश्रा ने बयान दिया हैं कि उनका बेटा वहा पर नहीं था. बाकी जांच में सब साफ हो जाएगा.' उन्होंने कहा, विपक्षी नेता वहां जाकर लोगों को भड़काने का काम करते इसलिए उन्हें रोका गया था.'

 

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