कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक बार फिर छात्र के उत्पीड़न की शिकायत सामने आई है. आरोप है कि कंप्यूटर इंजीनियरिंग के एक छात्र को चोरी के शक में परेशान किया गया. इससे छात्र बीमार पड़ गया और उसे केपीसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया.
छात्र की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है. इस घटना को लेकर अभी तक विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. लेकिन यूनिवर्सिटी के छात्रों का दावा है कि यह रैगिंग का मामला है और इसी के चलते वह बीमार पड़ा.
लैपटॉप चोरी से शुरू हुआ मामला
सूत्रों का दावा है कि छात्र जादवपुर यूनिवर्सिटी मेन हॉस्टल के डी ब्लॉक में रहता है. मामले की शुरुआत पिछले सोमवार को डी ब्लॉक के एक छात्र के लैपटॉप की चोरी के बाद हुई. कंप्यूटर साइंस फर्स्ट ईयर के एक छात्र के उसे 'चोर' कहने के बाद बुधवार रात हॉस्टल में तनाव बढ़ गया. आरोप है कि बदनामी के चलते कंप्यूटर साइंस के छात्र की दूसरों के साथ बहस हो गई और वह बीमार पड़ गया.
हाई ब्लड प्रेशर के चलते अस्पताल में कराया गया भर्ती
जानकारी लगते ही हॉस्टल वार्डन मौके पर पहुंचे. अधिकारियों से सूचना पाकर चिकित्सा अधीक्षक डॉ मिताली देव भी वहां पहुंचीं. उन्होंने जाकर देखा तो छात्र को पसीना आ रहा था. डॉक्टर ने सुझाव दिया कि हाई ब्लड प्रेशर के कारण उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है.
छात्र को अस्पताल में भर्ती करने की सलाह दी गई. यह भी आरोप है कि चिकित्सा अधीक्षक और वार्डन को उसे अस्पताल ले जाने के रास्ते में 'दिक्कतों' का सामना करना पड़ा. बाद में उसे एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया.
रैगिंग की शिकायत को बताया निराधार
हालांकि, जादवपुर यूनिवर्सिटी की रजिस्ट्रार स्नेहमंजू बोस ने दावा किया है कि मेन हॉस्टल में रैगिंग की शिकायत निराधार है. उन्होंने आजतक से कहा, 'मुझे मामले की जानकारी है. छात्र अब ठीक है. मैं मामले को गंभीरता से ले रही हूं. मैं देख रही हूं कि घटना में क्या कार्रवाई की जा सकती है. लेकिन रैगिंग की कोई शिकायत नहीं मिली है.'
यूनिवर्सिटी की मेडिकल सुपरिटेंडेंट मिताली देव ने भी लगभग यही दावा किया है. रैगिंग के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, 'खबर सुनने के बाद मैं मेन हॉस्टल गई. सुना कि लैपटॉप चोरी का मामला है. फिर मैंने देखा कि छात्र बीमार है. मुझे लगा कि उसे अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत है और उसे भर्ती करने का फैसला लिया.'
अभी तक दर्ज नहीं कराई गई लिखित शिकायत
उन्होंने कहा, 'बाहर निकलते वक्त कुछ लोगों ने मुझे रोकने की कोशिश की लेकिन मैंने कहा कि छात्र की रैगिंग नहीं हुई है.' इस घटना को लेकर अभी तक विश्वविद्यालय के अधिकारियों से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. यह नया मामला जादवपुर यूनिवर्सिटी के हॉस्टल कैंपस में कथित तौर पर कैंपस की बालकनी से गिरने के बाद हुई छात्र की हत्या के ठीक एक साल बाद सामने आया है.