जम्मू-कश्मीर में आतंकियों और सुरक्षाबलों में मुठभेड़ की घटनाओं के बीच पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी सेना की बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है. खुफिया एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के मुताबिक एक खुफिया रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें इस आतंकी साजिश के बारे में बताया गया है.
सूत्रों ने बताया है कि पाकिस्तान की आर्मी ने POK के 24 से अधिक लॉन्चिंग पैड पर बड़ी संख्या में आतंकियों का जमावड़ा किया है. इन आतंकियों की मदद पाकिस्तानी सेना भी कर रही है. भले ही सीजफायर है पर आतंकियों को LOC पार से भेजने में पाक आर्मी और रेंजर्स लगे हुए हैं. पाक सेना लॉंचपैड के नजदीक बंकर बनाकर आतंकियों को इसमें छुपा रही है. जिससे भारतीय सेना की नजर इन पर न पड़े और ये आतंकी छिपकर कई दिनों तक इन बंकरों में रह सकें.
मिल रहे हैं चीन में बने हथियार
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI और आर्मी खतरनाक साजिश रच रही है. खुफिया सूत्रों का कहना है कि 'मेड इन चाइना' हथियारों के जरिये आतंकी साजिश की तैयारी हो रही है. PoK के टेरर कैंपों में आतंकियों को जम्मू-कश्मीर में हमले के लिए ट्रेनिंग दी जा रही है. ये ट्रेनिंग पाकिस्तानी सेना दिला रही है. इसी के साथ पाक खुफिया एजेंसी ISI आतंकियों को हमले के लिए चीन में बने आधुनिक हथियार भी मुहैया करा रही है.
ग्रेनेड और नाइट विजन डिवाइस दे रहे
सूत्रों का कहना है कि घुसपैठ करने वाले आतंकियों को चीनी हथियार जैसे कि पिस्टल, ग्रेनेड और नाइट विजन डिवाइस दिए जा रहे हैं. चीनी ड्रोन्स के जरिये पंजाब और जम्मू के रास्तों के जरिये आतंकियों की मदद के लिए हथियार सप्लाई करने की साजिश हो रही है.
ड्रोन का भी किया जा रहा इस्तेमाल
आतंकियों को डिजिटल मैप शीट, नए नेविगेशन सिस्टम से घुसपैठ कराने की साजिश भी चल रही है. PoK में बैठे आतंकियों के आकाओं से सिक्योर कम्युनिकेशन के लिए हाइली एन्क्रिप्टेड कम्युनिकेशन डिवाइस दिए जा रहे हैं, जिससे भारतीय एजेंसियां उनके संदेशों को डिकोड न कर पाएं. पंजाब से सटी भारत-पाक सीमा के साथ-साथ जम्मू कश्मीर में हथियारों को भारतीय सीमा में गिराने के लिए चीनी ड्रोन्स का इस्तेमाल किया जा रहा है.
आतंकियों की फंडिंग, मिल रहे पैसे
खुफिया सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान अपने प्रशिक्षित आतंकवादियों को एक से डेढ़ लाख लाख रुपये के साथ भारत भेज रहा है. यही नहीं POK में मौजूद आतंकियों के परिवार को पूरा ध्यान भी दिया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक हताश हो चुका पाकिस्तान अपने आतंकियों को M4 जैसे महंगे हथियार और कवच भेदने वाली गोलियां मुहैया करवा रहा है. ये गोलियां पाक आर्मी के पास रहती हैं, जो आतंकी के पास तक जा रही हैं. ये हथियार पाक सेना ने अमेरिका और चीन से आयात किए हैं.
दिए जाते हैं 6 से 10 हजार रुपए
घुसपैठ के दौरान आतंकी की मदद करने वाले गाइड यानी ओवर ग्राउंड वर्कर को भी 6 से लेकर 10 हजार रुपए दिए जाते हैं. खबर ये भी है कि आतंकवादी फोन और आई कॉम रेडियो सेट के जरिए Y SMS का इस्तेमाल करते हैं. सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान से जुड़े आतंकियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा या अन्य रूट का फायदा उठाया है. बीएसएफ सभी फेंसिंग और सुरंग की जांच कर रही है. बॉर्डर पर हाई अलर्ट भी बीएसएफ ने इस वक्त किया हुआ है.
10 आतंकी कैम्प में ट्रेनिंग
खुफिया सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी है कि इस समय पाक अधिकृत कश्मीर में करीब 10 आतंकी कैंपों में आतंकवादियों को ट्रेनिंग देकर घुसपैठ करने की कोशिश पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई और आर्मी की तरफ से किया जा रहा है. यही नहीं LOC और IB के आसपास 24 से अधिक लॉन्च पैड को सक्रिय किया गया है. सुरक्षा बल इन पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं और एक्शन की तैयारी चल रही है.
ये हैं POK में 10 सक्रिय आतंकी कैंप
1. निकैल
2. जंद्रुत
3. खुईरेता
4. कोटली
5. संसानी
6. बोई
7. समन
8. कोटकोटेरा
9. तेजिन
10. दुधनियाल