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LAVA के एमडी का कारनामा, बेल बढ़वानी थी तो मेडिकल के लिए किसी और को भेज दिया, ED ने दर्ज कराई FIR

लावा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हरी ओम राय को प्रवर्तन निदेशालय ने 10 अक्टूबर 2023 को मनी लॉड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन हरिओम राय को 16 अक्टूबर को दिल्ली हाई कोर्ट से मेडिकल ग्राउंड पर 3 महीने के लिए बेल मिल गई थी.

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ईडी एक्शन
ईडी एक्शन

जमानत के लिए एक शख्स ने ऐसी साजिश रची कि जब एजेंसी को पता लगा तो वह फौरन न सिर्फ हरकत में आई बल्कि दिल्ली पुलिस से शिकायत कर एफआईआर भी दर्ज कर्वाई. लावा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हरी ओम राय को प्रवर्तन निदेशालय ने 10 अक्टूबर 2023 को मनी लॉड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था, लेकिन हरिओम राय को 16 अक्टूबर को दिल्ली हाई कोर्ट से मेडिकल ग्राउंड पर 3 महीने के लिए बेल मिल गई थी. यह अवधि 16 मई को खत्म होने वाली थी. 

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आरोप है कि हरिओम राय ने कोर्ट में एक दूसरी एप्लीकेशन लगाई, और मेडिकल ग्राउंड पर राहत मांगी. इसके बाद 6 मई को एम्स के कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट में हरिओम राय की मेडिकल जांच होनी थी. जांच वाले दिन समय पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट पहुंच गए क्योंकि उन्हें उम्मीद थी कि वहां पर हरिओम राय आएंगे, लेकिन कुछ देर के बाद इंतजार करने पर हरिओम राय नहीं आए. 

इतना ही नहीं जो वक्त जांच के लिए दिया गया था उस वक्त में भी हरिओम राय हॉस्पिटल नहीं पहुंचे. तभी Ed के अधिकारियों को पता चला कि हरिओम राय की जगह नवल किशोर राम नाम का एक दूसरा शख्स मेडिकल कराने हरिओम राय बनकर पहुंचा हुआ है. यह जानकारी मिलते ही कि हरिओम राय ने अपनी जगह किसी दूसरे शख्स को भेजा है, ईडी ने फौरन दिल्ली पुलिस को जानकारी दी और दिल्ली पुलिस ने नवल किशोर राम नाम के शख्स को पकड़ लिया. 

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जांच के दौरान पता लगा कि नवल किशोर को हार्ट की समस्याएं हैं, और शायद इसीलिए हरिओम ने उन्हें अपनी जगह जांच के लिए भेजा था ताकि उसकी बीमारी के आधार पर इन्हें राहत मिल जाए. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने प्रवर्तन निदेशालय के शिकायत पर धोखाधड़ी और पहचान बदलकर गुमराह करने के आरोपों में FIR दर्ज कर ली और नवल को गिरफ्तार कर लिया. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मामले में जांच अभी भी जारी है. 

जानकारी यह भी है कि जब ईडी की टीम अस्पताल में हरिओम राय का इंतजार कर रही थी, उस वक्त नवल किशोर हरिओम राय बनाकर कार्डियो डिपार्टमेंट में अपनी जांच कर रहा था. गनीमत रही कि प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को शक हो गया और वह अंदर की तरफ पहुंच गए. जानकारी यह भी है कि हरिओम राय का बेटा जो बाहर की तरफ मौजूद था उसने प्रवर्तन निदेशालय से कहा की उनके पिता अस्वस्थ हैं. पुलिस इसकी भूमिका की भी जांच कर रही है. इस गड़बड़ी के सामने आने के बाद कोर्ट ने जमानत की अवधि आगे बढ़ने से इनकार कर दिया है और इसके बाद हरीओम राय को जेल भेज दिया गया है.

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