आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव में वामपंथी दल कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी (आप) से अपील की है कि इंडिया गठबंधन के तहत मिलकर चुनाव लड़ें. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, सीपीआई (मार्क्सवादी), सीपीआई, सीपीआई (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन और रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के नेताओं ने कहा कि वामपंथी पार्टियां दिल्ली के लोगों को एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच प्रदान करेंगी.
उन्होंने केंद्र में भारतीय जनता पार्टी और राज्य में आम आदमी पार्टी पर आम जनता के मुद्दों को अनदेखा करने का आरोप लगाया. फॉरवर्ड ब्लॉक और कम्युनिस्ट गदर पार्टी ऑफ इंडिया (सीजीपीआई) भी इस वामपंथी गठबंधन का हिस्सा होंगी. सीपीआई (एम) नेता अनुराग सक्सेना ने कहा, "लेफ्ट पार्टियां दिल्ली में उस खाली राजनीतिक जगह को भरना चाहती हैं, जिसे मुख्यधारा की पार्टियों ने छोड़ा है. केंद्र में भाजपा और राज्य में आप ने दिल्ली के लोगों को विफल कर दिया है."
उन्होंने कहा, "मुख्यधारा की पार्टियां दिल्ली के नागरिकों के हितों को पूरा करने में विफल रही हैं. वामपंथी दलों ने अपने मजबूत क्षेत्रों में चुनाव लड़ने का फैसला किया है." वामपंथी दल दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के विकेंद्रीकरण, शहरी स्थानीय निकायों को अधिक अधिकार देने, बेरोजगारी, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, न्यूनतम मासिक वेतन 26,000 रुपये करने, और पीने के पानी जैसे मुद्दों को उठाएंगे.
सीपीआई (एमएल) लिबरेशन के रवि राय ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली की निर्वाचित सरकार को काम नहीं करने दे रही है और पूर्ण राज्य का दर्जा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. उन्होंने कहा, "हम दिल्ली के लोगों को एक वामपंथी विकल्प दे रहे हैं. वामपंथी दल हमेशा से जनता के मुद्दे उठाते रहे हैं." प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीपीआई के केआर सिंह, शंकर लाल, सीपीआई (एमएल) लिबरेशन की श्वेता राज और राजीव कुँवर भी मौजूद थे.
जब पूछा गया कि क्या उन्होंने कांग्रेस या आप से गठबंधन के लिए संपर्क किया है, तो सक्सेना ने कहा, "हमने आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल और दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव से संपर्क किया. अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है." उन्होंने कहा, "हमने उम्मीद की थी कि हरियाणा और महाराष्ट्र के नतीजों से उन्होंने सबक लिया होगा और इंडिया गठबंधन दिल्ली में एक साथ लड़ेगा, लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है."
सक्सेना ने दोनों पार्टियों से अपील की कि इंडिया गठबंधन को साथ लड़ना चाहिए और उन सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने चाहिए जहां वामपंथी लड़ रहे हैं. सीपीआई (एम) करावल नगर और बदरपुर, सीपीआई विकासपुरी और पालम, और सीपीआई (एमएल) लिबरेशन नरेला और कोंडली से उम्मीदवार उतारेगी. इसके अलावा, फॉरवर्ड ब्लॉक और सीपीआई आने वाले दिनों में कुछ और सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे. सीपीआई (एम) ने करावल नगर से वकील और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक अग्रवाल को और बदरपुर से जगदीश चंद शर्मा को अपना उम्मीदवार घोषित किया है.